नई दिल्ली; 04 सितंबर । भारतीय पोत-परिवहन उद्योग के पुनरोद्धार के लिए सरकार ने देश के सभी प्रमुख बंदरगाहों को देश में बनी कर्षण नौकाओं (टग बोट) की खरीद करने या किराये पर लेने का निर्देश दिया है। पोत-परिवहन मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत ‘आत्मनिर्भर पोत-परिवहन’ करार दिया। मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान में कहा; ‘‘पोत-परिवहन मंत्रालय ने सभी प्रमुख बंदरगाहों को सिर्फ देश में बनी कर्षण नौकाएं खरीदने या किराये पर लेने को कहा है। सभी प्रमुख बंदरगाहों द्वारा की जाने वाली खरीद अब संशोधित ‘मेक इन इंडिया’ आदेश के तहत की जाएगी। टग बोट किसी जहाज को खींचकर या धकेलकर बंदरगाह तक ले जाती है। बयान में कहा गया है कि कि यह कदम भारतीय जहाज विनिर्माण उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए उठाया गया है। भारत में ही नौकाओं के विनिर्माण के लिए कुछ देशों के साथ बात चल रही है। मंडाविया ने कहा कि पुराने पोत कारखानों के पुनरोद्धार तथा देश में पोत विनिर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार अपनी ओर से पूरे प्रयास कर रही है। मंडाविया ने कहा; ‘‘यह भारतीय पोत विनिर्माण के पुनरोद्धार की दिशा में एक कदम है। यह आत्मनिर्भर भारत के तहत आत्मनिर्भर पोत-परिवहन की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। सरकार देश में पोत विनिर्माण; मरम्मत तथा पुनर्चक्रण के लिए पारिस्थतिकी तंत्र बनाने का प्रयास करेगी।’’