नई दिल्ली; 04 सितंबर । पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में गाजीपुर स्थित स्लाटर हाउस के टेंडर को लेकर बवाल मचने लगा है। दो कंपनी वाले जब इसमें टेंडर डालने पहुंचे तो केवल कुछ मिनट लेट हो वह भी इसलिए कि निगम मुख्यालय के मुख्य गेट के बाहर प्रदर्शन चल रहा था। इस कारण मुख्यालय में प्रवेश करने के लिए पीछे का गेट खोल रखा था जिसकी सूचना किसी को नहीं थी; निगम इस कारण दो कंपनी जिन्होंने टेंडर में शामिल होना था। वहां पहुंचने में लेट हो गई जिसके कारण उन्हें टेंडर डालने की अनुमति निगम के अधिकारियों ने नहीं दी श्री। इसकी शिकायत यूनाइटेड फ्रीगो प्राइवेट लिमिटेड और एक अन्य कंपनी तान्या फ्रोजेन फूड्स कंपनी ने स्थाई समिति अध्यक्ष; महापौर; सदन नेता; विपक्ष के नेता के साथ-साथ निगम आयुक्त से भी की है। इस मामले को लेकर शुक्रवार को विपक्ष के नेता मनोज त्यागी के नेतृत्व में आम आदमी के पार्टी के सभी पार्षद महापौर निर्मल जैन से मिले और ठेकेदारों द्वारा की गई शिकायत से उन्हें अवगत कराया और इस टेंडर की प्रक्रिया को दो दिन आगे बढ़ाने की मांग रखी; महापौर ने इस मामले में क्या हो सकता है उसको लेकर निगमायुक्त को बुलाया निगमायुक्त ने विपक्ष के नेता को बताया कि वह इस मामले में कानूनी राय विधि विभाग से लेंगी पूर्व में अगर इस प्रकार का कोई भी टेडर का विस्तार पहले कभी हुआ है के नहीं। कानूनी राय आने के बाद ही हम बता पाएंगे। दरअसल बृहस्पतिवार को निगम मुख्यालय में स्लाटर हाउस के टेंडर को डालने की अंतिम तारीख सितंबर 2020 समय तीन बजे तक का था इस दौरान एक कंपनी के कुछ प्रतिनिधि निगम मुख्यालय में टेंडर डालने के लिए पहुंचे।लेकिन गेट के बहार प्रदर्शन चल रहा था। इस दौरान प्रदर्शन में विपक्ष के नेता मनोज त्यागी भी शामिल थे बाद में जब विपक्ष के नेता ने मुख्यालय के अंदर गेट खुलवा कर जाने लगे। इस दौरान उनसे कुछ लोगों ने मदद मांगते हुए कहा कि हमें भी अंदर जल्दी जाना है टेंडर का मामला है इसलिए हमें भी अंदर ले चलो। वह किसी तरह अंदर पहुंच गए हैं और जैसे ही वह टेंडर हाल में पहुंचे। तो वहां मौजूद अधिकारियो कहां की तीन बजे तक टेंडर डालने का समय था। समय ज्यादा होने के चलते अब टेंडर स्वीकार नहीं किया जा सकता। लेकिन कंपनी वालों ने वहां मौजूद अधिकारियों से कहा कि बाहर हो रहे प्रदर्शन की वजह से वे केवल कुछ मिनट ही तो लेट पहुंचे हैं आप केवल हमारी टेक्निकल बिड स्वीकार कर ले। लेकिन अधिकारी नहीं माने। इस मामले की शिकायत कंपनी के प्रतिनिधियों ने विपक्ष के नेता मनोज त्यागी के साथ साथ भाजपा के उच्च नेताओं से भी की।