दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया कोरोना पॉजिटिव

नई दिल्ली । दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी है। मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बताया कि हल्का बुखार होने के बाद सोमवार को उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया था जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद वे आइसोलेट हो गए हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि फिलहाल बुखार या अन्य कोई परेशानी नहीं है। मैं पूरी तरह ठीक हूं। आप सब की दुआओं से जल्द ही पूर्ण स्वस्थ होकर काम पर लौटूंगा। सोमवार को शुरू हुए विधानसभा सत्र में भी मनीष सिसोदिया ने हिस्सा नहीं लिया।

स्पीकर ने सदन को बताया कि उपमुख्यमंत्री की तबीयत ठीक नहीं हैं इसलिए वे सदन में नहीं आए हैं। इनके अलावा दिल्ली के तीन अन्य विधायक भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। विधानसभा सत्र से पहले जांच में गिरीश सोनी, प्रमिला टोकस और विशेष रवि संक्रमित मिले हैं। इन तीनों विधायकों का शुक्रवार को कोविड टेस्ट हुआ था। जिसकी रिपोर्ट सोमवार शाम को आयी। ये तीनों विधायक आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं।

प्रेमिला टोकस आरके पुरम विधानसभा से विधायक हैं जबकि गिरीश सोनी मादीपुर से विधायक हैं। वहीं विशेष रवि करोल बाग से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे। दरअसल सोमवार को दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय सत्र का आगाज हुआ। जिन विधायकों की जांच रिपोर्ट आयी थी वे सदन की कार्यवाही में भाग ले रहे हैं। नियम के अनुसार, सदन में भाग लेने के लिए सदस्यों को कोरोना जांच की रिपोर्ट दिखानी होगी। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को विधानसभा से जुड़े लगभग 308 लोगों ने जांच कराई थी। इसमें से तीन कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, इसीलिए विधानसभा सत्र में भी कोविड प्रावधानों का पूरी तरह पालन कराने की तैयारी की गई है।

शुक्रवार को 29 विधायकों ने कराई जांच : विधानसभा परिसर में शुक्रवार को कुल 94 लोगों ने कोरोना सैंपल की जांच कराई। इसमें 29 विधायक शामिल है। इन सभी की रिपोर्ट शनिवार को आयी। बता दें कि दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राजधानी में लगातार छह दिन से कोरोना के तीन हजार से अधिक मामले आ रहे हैं। सोमवार को कोरोना के 3229 नए मामले सामने आए। 3374 लोग इलाज के बाद ठीक भी हुए। इससे पहले रविवार को 4235 नए मामले मिले थे, हालांकि संक्रमण दर सात से आठ फीसद के बीच स्थिर बनी हुई। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अधिक जांच होने के कारण मामले ज्यादा आ रहे हैं।