
चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा के मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग त्योहार मना रहे हैं। उत्तर भारत में नवरात्रि, तो दक्षिण भारत में उगादी और महाराष्ट्र-गोवा में गुड़ी पड़वा के तौर पर इसे मनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में इस दिन को नवरेह के नाम से जाना जाता है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी नवरेह की शुभकामनाएं देनी चाहीं, लेकिन एक गलती कर गईं। उन्होंने नवरेह की जगह नवरोज़ की शुभकामनाएं दी हैं, जो कि पारसियों का त्योहार है।
इन दिनों कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार में व्यस्त प्रियंका ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘मेरे कश्मीरी बहनों और भाइयों को नौरोज़ मुबारक। मेरी मां के ‘थाली बनाना मत भूलना’ संदेशों के बावजूद, मुझे कल थाली बनाने का बिल्कुल वक्त नहीं मिला, लेकिन जब रोड शो के बाद घर पहुंची तो डाइनिंग टेबल पर मेरी थी थाली सजी थी। माएं कितनी प्यारी होती हैं’
हालांकि प्रियंका के इस ट्वीट पर उनके समर्थक जहां उन्हें नवरोज़ की बधाई देने लगे, तो कुछ ने उन्हें याद दिलाया कि यह नवरोज़ (पारसियों का त्योहार) नहीं, बल्कि नवरेह है जो कश्मीर में मनाया जाता है। मशहूर लेखक और टिप्पणीकार तारेक फतेह ने लिखा, ‘प्रिय प्रियंका गांधी, नौरोज़ पिछले महीने मनाया जा चुका है। कश्मीर में नए साल के त्योहार को नवरेह के नाम से जाना जाता है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने भी नवरेह की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, ‘नवरेह मुबारक! मैं नए साल के सुखद होने की कामना करता हूं। इस वर्ष हर किसी की इच्छा पूर्ण हो। कश्मीरी पंडितों की संस्कृति अपने आप में विशेष है।’