राज्यसभा उपसभापति का चुनाव हारने के बाद बोले मनोज झा- ‘तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल, हार जाने का हौसला है मुझमें’

नई दिल्ली (hdnlive)। राज्यसभा उपसभापति पद के लिये राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को ध्वनि मत से राज्यसभा का उपसभापति चुन लिया गया है। राज्यसभा के चेयरमैन एम वेंकैया नायडू ने कहा कि हरिवंश को राज्यसभा का डिप्टी चेयरमैन (उपसभापति) चुना गया है। ध्वनि मत से उन्हें चुना गया है। विपक्ष की ओर से मनोज झा को उम्मीदवार बनाया गया था। लेकिन वो चुनाव हार गए।

मनोज झा ने सुनाया शेर

मनोज झा ने एनडीए के प्रत्याशी हरिवंश नारायण सिंह को जीत की बधाई देते हुए मशहूर शायद अहमद फराज साहब का एक शेर सुना दिया। उनका ये शेर सुनकर पूरा सदन वाह-वाह करने लगा। दरअसल, मनोज झा ने कहा, ये कोई दो व्यक्तिगत लोगों के बीच का मसला नहीं है। अहमद फराज ने कहा है ‘तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल, हार जाने का हौसला है मुझमें’…इतना कहना हुआ कि सदन में सभी सदस्य उनकी तारीफें करने लगे।

कांग्रेस के उम्मीदवार

कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का समूह 53 साल के आरजेडी नेता और पूर्व शिक्षाविद मनोज झा को संयुक्त उम्मीदवार बनाया था तो वहीं एनडीए ने जेडीयू नेता हरिवंश पर एक बार फिर दांव लगाया था। दोनों ही बिहार से राज्यसभा सांसद हैं। हालांकि हरिवंश मूल रूप से यूपी के बलिया के रहने वाले हैं।

पीएम मोदी ने की तारीफ

राज्यसभा के उपसभापति का चयन हो चुका है। इस बार भी एनडीए उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को राज्यसभा का उपसभापति चुना गया। पीएम मोदी ने भी हरिवंश नारायण सिंह की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैं हरिवंश जी को दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति चुने जाने पर सदन और देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस बार ये सदन अपने इतिहास में सबसे अलग और विषम परिस्थितियों में संचालित हो रहा है। कोरोना के कारण जैसी परिस्थितियां हैं, उसमें ये सदन काम करे, देश के लिए जरूरी जिम्मेदारियों को पूरा करे, यह हमारा कर्तव्य है।

इस बार खास है मॉनसून सत्र

कोरोना दौर में होने जा रहा मॉनसून सत्र खास होगा। संसद के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब राज्यसभा और लोकसभा दोनों हाउस के चैंबर एक साथ लगाए गए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार आधा दिन लोकसभा और आधा दिन राज्यसभा की कार्यवाही होगी। सांसदों के बैठने की ऐसी व्यवस्था रहेगी कि उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। सांसदों को एक दूसरे से अलग करने के लिए प्लास्टिक शीट का इस्तेमाल होगा।