यास्मीना अली : मैंने इस्लाम को छोड़ा और बिना डर के दोबारा सांस लेने लगी

अफगानिस्तान में जन्मीं यास्मीना जब 9 साल की थीं तभी देश छोड़कर ब्रिटेन पहुंच गई थीं और अब वह पॉर्न ऐक्ट्रेस हैं। हालांकि, यास्मीना के लिए यह आसान नहीं रहा क्योंकि उन्हें पॉर्न इंडस्ट्री में आने के लिए अपने धर्म इस्लाम को छोड़ना पड़ा।

स्पेक्टेटर डॉट यूएस के मुताबिक, यास्मीना कहती हैं, ‘इस्लाम महिलाओं पर कड़े प्रतिबंध लगाता है, जैसे पहनावे, जबरन शादी, खतना और इस्लामी मूल्यों का उल्लंघन करने वालों को शारीरिक दंड देना। मैं इस्लाम और उसके खराब पहलू को अच्छे से जानती हूं।’

यास्मीना ने बताया, ‘सबसे पहले मेरे माता-पिता ने मुझपर इस्लाम थोंपा। पहली बार जब में अफगानिस्तान में बच्ची थी तब और दूसरी बार ब्रिटेन में जब मैं जवान हो रही थी। मेरे माता-पिता ने मुझे कहा कि इस्लाम किसी भी चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है, यहां तक कि बच्चों और उनके माता-पिता के बीच प्यार से भी ज्यादा। इस्लामी नियमों के मुताबिक, मेरे माता-पिता ने निर्देश दिए कि मुझे क्या पहनना चाहिए, क्या करना चाहिए, क्या सोचना चाहिए और क्या बनना चाहिए।’

यास्मीना ने कहा, ‘सेकंडरी स्कूल (सिर्फ लड़कियों वाले) में हमें बराबरी के बारे में पढ़ाया जाता था लेकिन घर पर कुछ भी बराबरी जैसा नहीं था बल्कि सिर्फ डर था। मुझसे जबरन खाना बनवाया जाता था, सफाई कराई जाती थी और आयरन करने को कहा जाता था, जबकि मेरे भाई बैठे रहते थे और हम बहनों पर हुक्म चलाते थे क्योंकि इस्लाम के मुताबिक, यह महिलाओं का काम होता था।’

यास्मीना बताती हैं, ‘जब मैं 19 साल की हुई तो एक शख्स से मिली (जो बाद में मेरा पति बना, मेरी मर्जी से), जो नास्तिक यहूदी था और हम दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। मैं पहले ही अपने अधिकारों से बहुच वंचित रह चुकी थी और सबकी हुकूमत झेल चुकी थी। इसलिए मैंने फैसला लिया कि अब आजादी और प्यार के बदले सबकुछ छोड़ दूंगी।’

यास्मीना बताती हैं, ‘मैंने 5 साल पहले अपने मां-बाप का घर छोड़ा और अपने पार्टनर के पास पहुंच गई। इसके बाद मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। मेरे मां-बाप ने मुझे बेदखल कर दिया क्योंकि उनकी नजर में मैंने उन्हें अपमानजनक महसूस कराया था। मुझे हैरानी नहीं हुई क्योंकि उनकी तरह कई लोग इस्लाम के नाम पर महिलाओं और बच्चों को शोषण कर रहे हैं।’

यास्मीना कहती हैं, ‘घर छोड़ने के बाद सबसे बड़ा बदलाव यह आया कि मैंने इस्लाम को छोड़ दिया। मैंने इस्लाम को छोड़ा और बिना डर के दोबारा सांस लेने लगी, जीने लगी। मैंने अपने हिसाब से जीना शुरू किया, अपने इच्छा और अपने फैसले मानने शुरू कर दिए।’

यास्मीना कहती हैं, ‘मेरी आजादी का अगला कदम सेक्शुअलटी था। मैंने इस्लाम छोड़ने से पहले कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाए थे। मैंने अपने पति (जो प्रफेशनल न्यूड फटॉग्रफर हैं) को मेरी तस्वीरें खींचने को कहा और मुझे वे तस्वीरें बहुत पसंद आईं। मैंने कई पॉर्न कंपनियों में आवेदन दिया और फिर मैं पॉर्न इंडस्ट्री में आई।