IMF ने वैश्विक मंदी पर दी ये चेतावनी

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए दुनियाभर में हो रहे Lockdown की वजह से खतरनाक वैश्विक मंदी आने की आशंका है. मौजूदा मंदी की गंभीरता का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि ये 2008 में आए स्लोडाउन से ज्यादा बदतर होगी. अगर वैश्विक मंदी आई तो हजारों कंपनियों के बंद होने और नौकरी जाने का खतरा बन जाता है. बताते चलें कि चीन में पिछले तीन महीने से चल रहे Lockdown के बाद से ही ज्यादातर फाइनेंस रिसर्च कंपनियां आर्थिक मंदी का अंदेशा जता चुकी हैं.

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चेताया

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा ‘अब हम मंदी में हैं, यह वैश्विक वित्तीय संकट से भी बदतर है.’ जॉर्जीवा ने जोर देकर कहा कि दुनियाभर में कोविड-19 से लड़ाई के बीच जीवन बचाने और आजीविका की रक्षा पर साथ में काम किए जाने की आवश्यकता है.

चीन और अब अमेरिका का Lockdown करेगा प्रभावित

जानकारों का कहना है कि जनवरी से लेकर मार्च तक चीन की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठप रही. अब पिछले महीने भर से अमेरिका व यूरोप के ज्यादातर देश कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से बंद हैं. ऐसे में वैश्विक मंदी से बचना मुश्किल है. विश्व बैंक (World Bank) पहले ही चेतावनी दे चुका है कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से विकासशील देशों पर बहुत बुरा असर पड़ने वाला है.

उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस का पहला मामला चीन के वुहान शहर में 30 दिसंबर के आसपास मिला था. इसके बाद पिछले तीन महीनों से पूरी दुनिया में वायरस फैलता जा रहा है. मात्र तीन महीने के भीतर दुनिया के 181 देश इस वायरस से प्रभावित हो चुके हैं. अब तक इस वायरस की वजह से 11 लाख लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 58 हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं.