शहनाई बैंक्वेट हॉल को कोरोना अस्पताल में बदला, सीएम केजरीवाल ने किया निरीक्षण

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते एक दिन में ही करीब चार हज़ार नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 66 हजार के पार पहुंच गई है। लगातार बढ़ती इस संख्या को देखते हुए दिल्ली सरकार हॉस्पिटल बेड की वैकल्पिक व्यवस्था कर रही है। इसी क्रम में बैंक्वेट हॉल में भी हॉस्पिटल बेड लगाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुविधाओं का भी जायजा लिया

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 24 तारीख को एक ऐसे ही बैंक्वेट हॉल का निरीक्षण किया, जिसे अब कोरोना अस्पताल में बदला जा रहा है। दिल्ली गेट के पास लोकनायक अस्पताल के सामने स्थित है, शहनाई बैंक्वेट हॉल। यहां कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 100 बेड की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके निरीक्षण की क्रम में यहां दी जाने वाली सुविधाओं का भी जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। यहां निरीक्षण के बाद मीडिया से बातचीत में अरविंद केजरीवाल ने बताया कि एलएनजेपी के सामने इस बैंक्वेट हॉल में हम 100 बेड का कोरोना सेंटर शुरू कर रहे है। डॉक्टर्स फॉर यू एनजीओ ने इसकी ज़िम्मेदारी ली है।

यह पहला बैंक्वेट हॉल है, जिसमें कोरोना सेंटर शुरू हो रहा है

उन्होंने कहा कि यहां हर बेड के साथ ऑक्सीजन की सुविधा है। जिन मरीज़ों को आइसीयू में जाने की ज़रूरत नहीं है, उन्हें यहां रखा जाएगा और जरूरत पड़ी, तो मरीज को सड़क पार एलएनजेपी ले जाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला बैंक्वेट हॉल है, जिसमें कोरोना सेंटर शुरू हो रहा है। उनका यह भी कहना था कि इस वक्त दिल्ली में बेड की कमी नहीं है। 13,500 बेड हैं और अभी इसमें से 6200 बेड इस्तेमाल हो रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 4000 नए केस आए हैं, लेकिन अभी भी 6200 लोग ही हॉस्पिटल में हैं। यानी दिल्ली में कोरोना की गम्भीर स्थिति है।

मुख्यमंत्री ने इसे केंद्र सरकार का जबर्दस्ती वाला ऑर्डर करार दिया

हालांकि उनका यह भी कहना था कि दिल्ली में और भी बड़ी संख्या में बेड तैयार किए जाएंगे। सभी तरह के कोरोना मरीजों को अब कोविड केयर सेंटर जाने की अनिवार्यता के मुद्दे पर मुख्यमंत्री लगातार उपराज्यपाल से फैसला वापस लेने की अपील कर रहे हैं। इसे लेकर सवाल करने पर अरविंद केजरीवाल का कहना था कि हमारे पास लगातार फोन आ रहे हैं कि जिनमें लक्षण नहीं है, या कम लक्षण है, उन्हें भी पुलिस, प्रशासन जबर्दस्ती कोविड सेंटर ले जाएगी। उनका कहना था कि ये तो डिटेन करने वाली बात है। मुख्यमंत्री ने इसे केंद्र सरकार का जबर्दस्ती वाला ऑर्डर करार दिया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो लोग घर में ठीक हो सकते हैं, उन्हें घर में रहने दो, इतने बेड कहां से लाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 102 या 103 बुखार वाला आदमी लाइन में कैसे खड़ा होगा। हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। मेरा निवेदन है केंद्र सरकार से कि उन्होंने जिस भी वजह से यह आदेश निकाला है, हो सकता है कुछ गलतफहमियां रही हो, लेकिन अब उस आदेश को वापस लिया जाना चाहिए।