साउथ एमसीडी : जरूरत 10 हजार किट्स की, MCD के पास 1500

एमसीडी के जिन डॉक्टरों, नर्सों और पैरा-मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी कोरोना के संदिग्ध मरीजों के साथ लगी हैं, उनकी चिंता बढ़ने वाली है। ऐसा इसलिए कि सप्लायर के पास न तो पर्याप्त हैं और न ही मास्क और सैनिटाइजर। अफसरों का कहना है कि वायरस से बचाव के लिए प्रोटेक्शन किट भी नहीं मिलेंगी तो स्थिति बदतर हो सकती है।

साउथ एमसीडी के हेल्थ विभाग के एक सीनियर अफसर के अनुसार मांग को पूरा करने के लिए रोज मास्क और सैनिटाइजर की खरीदारी की जा रही है। साउथ एमसीडी की मेडिकल टीम में शामिल डॉक्टर, नर्स और दूसरे स्टाफ को हर महीने करीब 10 हजार पीपीई किट्स की जरूरत हैं। फिलहाल 1500 किट्स ही उपलब्ध हैं। एक किट्स को एक ही दिन इस्तेमाल किया जा सकता है।

अफसरों का कहना है कि वायरस से बचाव का एक मात्र उपाय मेडिकल सेफ्टी किट्स, मास्क और सैनिटाइजर ही हैं। दवाइयां या वैक्सिन अभी तक बने नहीं है कि कोरोना को रोका जा सके। ऐसे में अगर मेडिकल टीम को सेफ्टी किट्स भी नहीं मिलेगी, तो उनके लिए कोरोना के पॉजिटिव मरीजों के पास जाना भी मुश्किल होगा और ऐसे में स्थिति बिगड़ सकती है।