दिल्ली के नरेला स्थित क्वारंटाइन सेंटर मे तंग कर रहे तबलीगी जमात के लोग

तबलीगी जमात के लोग कैसे क्वारंटाइन सेंटर में मेडिकल स्टाफ को तंग कर रहे है इसका मामला सामने आया है। दिल्ली के नरेला स्थित क्वारंटाइन सेंटर की तरफ से एक एफआईआर दर्ज करवाई गई है, जिसमें तबलीगी जमात के दो लोगों का नाम है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने स्टाफ को तंग करने के लिए उसी कमरे के सामने पॉटी कर दी, जिसमें उन्हें रखा गया था।

पुलिस एफआईआर के मुताबिक, यह घटना 4 अप्रैल की है। जिन दो लोगों के खिलाफ शिकायत है वे दोनों तबलीगी जमात के दिल्ली कार्यक्रम में शामिल हुए थे। फिलहाल उन्हें नरेला सेंटर में रखा गया है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि दोनों मेडिकल टीम की बात नहीं मान रहे हैं, जिससे सेंटर में मौजूद बाकी लोगों को भी खतरा है। शिकायत में दोनों के नाम भी दिए गए हैं।

शिकायत में कहा गया है कि 4 अप्रैल को सैनिटाइजेशन के दौरान स्टाफ ने बताया कि कुछ लोगों ने कमरा नंबर 212 के बाहर पॉटी कर दी है। FIR में कमरे में रहनेवाले दो शख्स का नाम है। इसमें मोहम्मद फहद (25 साल) और जहीर (18 साल) शामिल है। दोनों को बाराबंकी का बताया गया है। आगे लिखा है कि दोनों पर ही पॉटी करने का शक है, ये दोनों मेडिकल स्टाफ की सलाह भी नहीं मान रहे जिससे बाकियों को भी खतरा है।

मरकज में 3000 लोग शामिल हुए थे।

18 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित मरकज में तबलीगी जमात का एक कार्यक्रम हुआ था, जिसमें करीब 3000 लोग शामिल हुए थे। इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया से आए लोग भी शामिल थे। पिछले ही हफ्ते पता चला कि मरकज में लॉकडाउन के बावजूद हजारों लोग जमा हैं, जिसके बाद उन्हें निकालने की कवायद शुरू हुए। उसमें से करीब 2300 लोग निकाले गए। सभी को अलग-अलग क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।

इंडियन आर्मी संभाल रही है

नरेला आइसोलेशन कैंप को अब इंडियन आर्मी संभाल रही है। यह पहला आइसोलेशन कैंप है, जहां आर्मी के डॉक्टरों की मदद मांगी गई थी। रविवार तक नरेला आइसोलेशन कैंप में इंडियन आर्मी के कुल 4 डॉक्टर, 8 नर्सिंग स्टाफ और सिक्यॉरिटी स्टाफ मौजूद था। सोमवार सुबह तय किया गया कि अब पूरे कैंप को इंडियन आर्मी की मेडिकल टीम संभालेगी। इसके बाद आर्मी के डॉक्टरों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। आर्मी की कुल करीब 80 लोगों की टीम नरेला आइसोलेशन कैंप भेजी जा रही है। नरेला कैंप में 1200 से ज्यादा कोरोना संदिग्धों को रखा गया है। इसमें दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज आने वाले जमात के जलसे में शामिल होने वाले लोग भी हैं।