पंचतत्व में विलीन हुए शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा, पत्‍नी और भाई ने दी मुखाग्नि

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के हंदवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद (Martyr) हुए कर्नल आशुतोष शर्मा (Colonel Ashutosh Sharma) का मंगलवार पूरे सैन्य सम्मान के साथ जयपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया. दो दिन से अपने आंसू थामे रखने वाली शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी पल्लवी पति को अंतिम विदाई देते समय फफक पड़ीं. इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने शहीद को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी. प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी.

शहीद की पत्नी पल्लवी और भाई पीयूष ने दी मुखाग्नि

राजधानी जयपुर में खातीपुरा रोड स्थित पुरानी चुंगी मोक्षधाम पर कर्नल आशुतोष शर्मा का अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले सेना के 61 कैवलरी पोलो ग्राउंड पर शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा को आखिरी सलामी देते हुए श्रद्धांजलि दी गई. बैंड वादन के साथ सैन्य सम्मान किया गया. यहां सीएम अशोक गहलोत समेत अन्य जनप्रतिनिधियों और सैन्य अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धाजंलि अर्पित की. इस दौरान पोलो ग्राउंड पर शहीद के परिजन और सेना के आलाधिकारी मौजूद रहे. उसके बाद पार्थिव देह को मोक्षधाम ले जाया गया. वहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ कर्नल आशुतोष शर्मा का अंतिम संस्कार किया गया. मुखाग्नि शहीद की पत्नी पल्लवी और भाई पीयूष ने दी.

‘आशुतोष की शहादत को याद रखेगा राजस्थान’

इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि कर्नल आशुतोष के इस बलिदान को पूरा राजस्थान याद रखेगा. उनके पूरे परिवार की जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की है. सीएम अशोक गहलोत शहीद के परिवार के एक-एक सदस्य से मिले और उन्हें ढांढस बंधाया. सीएम ने कहा कि आतंकवादी कितना भी प्रयास कर लें हमारे जवान शूरवीर हैं और वह उन्हें मार गिराएंगे. राजस्थान के कण-कण में वीर योद्धा रमे हुए हैं. आशुतोष ने जिस तरीके से अपने साथियों और सिविलियंस को बचाने के लिए अपनी जान न्योछावर की है ऐसे सिपाही विरले ही होते हैं.

पत्‍नी बोलीं-वे वीर थे और वीरों की तरह ही गए

शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी पल्लवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे वीर योद्धा थे और उन्होंने वीर योद्धाओं की तरह लड़ते हुए शहादत दी है. मैं आंसू नहीं बहाना चाहती. मेरा पूरा परिवार उनसे प्रेरित है. शहीद आशुतोष शर्मा के छोटे भाई पीयूष शर्मा का कहना था कि उनका बेटा उनके बड़े भाई से इतना इंस्पायर्ड था कि वह अब आर्मी के लिए तैयारी कर रहा है. पूरे परिवार को यह खुशी है कि आशुतोष के बाद उनके परिवार का एक और सदस्य आर्मी में जाएगा और देश सेवा करेगा.

रविवार को हुए थे शहीद

3 जुलाई 1975 में जन्मे कर्नल आशुतोष शर्मा मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले थे. वहां डीएवी कॉलेज से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की थी. आर्मी के जांबाज अधिकारी कर्नल आशुतोष शर्मा 2 दिन पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में सिविलियंस को बचाने के दौरान आतंकियों की गोली का निशाना बन गये थे. कर्नल शर्मा समेत पांच अधिकारी-जवान इसमें शहीद हो गए थे. शर्मा का परिवार जयपुर के वैशाली नगर इलाके में रंगोली गार्डन में रहता है.