बिहार में अचानक क्यों बढ़ने लगा कोरोना संक्रमण

बुधवार को जिस बिहार में कोरोना संक्रमित की संख्या 39 थी, 12 घंटे में संख्या बढ़कर 51 पहुंच गयी है। सीवान, बेगुसराय और नवादा में अचानक से कई लोग संक्रमित मिले हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या पर बिहार के स्वास्थमंत्री मंगल पाण्डेय का कहना है कि बिहार के जो लोग विदेश का दौर करके लौटे हैं उन्हीं लोगों के संपर्क में आने से संक्रमण के मामले में वृद्धि हुई है।

विदेश से आए लोगों ने बढ़ाया कोरोना

उन्होंने कहा कि गुरुवार को संक्रमण के मामले वहीं से आए हैं जिनके परिजन विदेश से लौटे हैं। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार ने 27 मार्च को निर्णय लिया था कि बिहार के जो भी लोग 18 फरवरी से 23 मार्च के बीच विदेश से लौटे हैं उनके सैंपल की जांच की जाएगी। मंगल पाण्डेय ने बताया कि आज की तारीख तक विदेश से बिहार लौटे सभी लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। उनका सैंपल कलेक्ट कर लिया गया है और कल सभी का रिपोर्ट भी मिल जाएगा।

शुरुआत में नहीं दिखे थे लक्षण

मंगल पाण्डेय ने बताया कि विदेश से लौटे बिहारियों की जो सूची बिहार सरकार को मिली थी, उसमें से कई लोगों का पता तो बिहार का लिखा है, लेकिन फिलहाल वे किसी और राज्य में रह रहे हैं। इसलिए ऐसे लोगों के सैंपल नहीं लिए जा सके हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि नवादा में कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिला है वह निजामुद्दीन के मरकज जमात से होकर लौटा था। अब उसके संपर्क में आने वाले लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है।

सोशल डिस्टेंसिंग में हो रही चूक

बिहार के उपममुख्यमंत्री सुशील कुमार ने माना है कि लॉकडाउन के 15 दिन बाद भी कोरोना के नए मरीजों की संख्या में वृद्धि की वजह सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बरतने के निर्देश का पालन करने में कई स्तरों पर चूक है। इसलिए सरकार ने कुछ इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित कर जिले की सीमा सील करने और लॉकडाउन के पालन में सख्ती करने का आदेश दिया है। बता दें कि बेगुसराय-पटना की सीमा को सील भी कर दिया गया है।

covid-19 इमरजेंसी रिस्पांस हेल्थ सिस्टम बिहार जैसे राज्यों को लाभ

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट से निपटने के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाने के लिए सांसद निधि को स्थगित रखने के फैसले के बाद वर्ष 2020-24 के लिए 15 हजार करोड़ की covid-19 इमरजेंसी रिस्पांस हेल्थ सिस्टम की घोषणा कर दी है। इसके तहत कोरोना स्पेशलिटी अस्पताल, आइसोलेशन वार्ड, ICU, वेंटिलेशन, मास्क और अन्य उपकरणों की खरीद के साथ स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्तियां की जाएगी। पहले चरण के लिए सरकार ने धनराशि भी जारी कर दी है। बिहार जैसे राज्यों को इसका सर्वाधिक लाभ मिलेगा।

पटना-बेगुसराय सीमा को सील

बता दें कि बिहार के सीमांचल इलाके से भी कई लोगों के जमात में शामिल होने की जानकारी मिली है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अगर यह सच है तो आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमित लोगो की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकता है। इसके अलावा बिहार में कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा। इस वजह से कोरोना वायरस के तेजी से फैलने की संभावना है। यही वजह है कि गुरुवार को बिहार के डीजीपी ने कोरोना संक्रमित लोगों के पाए जाने वाले इलाके, मोहल्लों और गांव तक को सील करने का आदेश दे दिया है। इसके साथ ही बेगुसराय में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या देख पटना के डीएम ने पटना-बेगुसराय सीमा को सील करा दिया है।