मनीष सिसोदिया : बोले-बसों का इंतजाम, स्कूल बनेंगे रैन बसेरा

लॉकडाउन के बाद दिल्ली से उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाले लोगों का हुजूम लग गया है। ऐसे में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टैंसिंग का फॉर्म्युला फेल होता नजर आ रहा है। राज्य सरकारों ने पहले कहा था कि जो लोग जहां हैं वहीं रुकें और उनकी देखभाल का इंतजाम किया जाएगा लेकिन स्थिति नहीं संभली तो सरकारों ने विकल्प के बारे में सोचना शुरू कर दिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर लोग बड़ी संख्या में जमा हैं। ऐसे में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया वहां पहुंचे और उन्होंने आश्वासन दिया कि वह डीटीसी बसों का इंतजाम करेंगे।

स्कूलों को बनाया जाएगा रैन बसेरा

सिसोदिया ने कहा, ‘मैंने लोगों से अपील की है कि वे दिल्ली में ही रुकें लेकिन कुछ डीटीसी बसों का भी प्रबंध किया है।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली के 568 स्कूलों में खाना खिलाया जा रहा है, लोग जाकर खा सकते हैं। अगर किसी को रुकने में दिक्कत है तो नाइट शेल्टर के अलावा स्कूलों में रुक सकते हैं। कई स्कूलों को नाइट शेल्टर में बदला जाएगा। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी कि दिल्ली से उत्तर प्रदेश जाने वाले लोगों के लिए वह 1000 बसों का इंतजाम करेंगे। इस सूचना के बाद लोग दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर बड़ी संख्या में जमा हो गए।

गाजियाबाद-कौशांबी बॉर्डर पर भी हजारों की संख्या में लोग बसों का इंतजार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने कुछ बसों का प्रबंध किया है जो कि गोरखपुर, लखनऊ, एटा, इटावा, मैनपुरी, सहित कई जिलों में जाएँगी। सूचना के मुताबिक बसें नोएडा और गाजियाबाद पहुंच रही हैं और लोगों को धीरे-धीरे करके भेजा जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बताया गया है कि हर दो घंटे में 200 बसें मिलेंगी और यह सुविधा कल तक दी जाएगी।

पैदल ही गांव जा रहे लोग

लॉकडाउन के बाद वाहन न मिलने की वजह से लोग पैदल ही अपने घरों की तरफ रवाना हो गए हैं। उनका कहना है कि शहर में वह दिहाड़ी पर काम करते थे और लॉकडाउन की वजह से उनके पास खाने और रहने तक के पैसे नहीं हैं। ऐसे में उन्हें गांव में ही आसरा मिल सकता है। हालांकि पीएम मोदी ने भी लोगों से अपील की थी कि वे जहां हैं वहीं रहें। इसी को देखते हुए पहले ही सरकार ने रेल सेवा निलंबित कर दी थी।

केजरीवाल ने भी दिया था भरोसा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों को भरोसा दिया था कि लोग दिल्ली से घरों की तरफ न जाएं। उन्होंने कहा था, ‘दिल्ली में किसी भी राज्य के रहने वाले लोग हमारे हैं और हम उनका खयाल रखेंगे।’ केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के 25 स्कूलों में लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाएगा और रोज 2 लाख लोगों को भोजन कराया जाएगा।