मीडिया पर भड़की विकास दुबे की पत्नी, कहा- एक दिन तुम्हारा भी आएगा, सबक जरूर सिखाऊंगी

उत्तर प्रदेश में कानपुर में शुक्रवार को पुलिस एनकाउंटर में ढेर विकास दुबे का पोस्टमॉर्टम होने के बाद भैरव घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान घाट पर गैंगस्टर की पत्नी ऋचा दुबे, छोटा बेटा और बहनोई दिनेश तिवारी मौजूद थे। विकास दुबे का अंतिम संस्कार होने के बाद उसकी पत्नी मीडियाकर्मियों के सवालों पर भड़क गईं। ऋचा ने आपत्तिजनक भाषा का भी इस्तेमाल क‍िया। साथ ही उन्होंने मीडिया वालों से कहा कि, भाग जाओ, जिसने जैसा सलूक किया है, उसे वैसा ही सबक सिखाऊंगी।

गैंगस्टर की पत्नी ने मीडिया से कहा, एक दिन तुम्हारा भी आएगा। जब मीडिया वालों ने सवाल किया, क्या उसने (विकास दुबे ने) कत्ल नहीं किए थे? इस पर ऋचा ने कहा, किए थे तो। जो गलती करेगा, उसको सजा मिलेगी। मीडिया वालों ने पूछा, क्या आप मानती है कि आपके पति ने गलती की थी? इस पर विकास दुबे की पत्नी ने जवाब दिया, ‘हां, हां..हां।’

बता दें कि, शुक्रवार (10 जुलाई) की सुबह एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में विकास मारा गया था। कानपुर में एसटीएफ के काफिले की गाड़ी पलटने के बाद पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश करते वक्त विकास ढेर हुआ। उसके शरीर में कुल 4 गोलियां लगी थीं। मुठभेड़ में मौत के बाद तीन डॉक्टरों के एक पैनल ने विकास दुबे के शव का पोस्टमॉर्टम किया। शुक्रवार देर शाम ही दुबे के शव का कानपुर के भैरव घाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया गया।

दुबे के पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी

एक डॉक्टर ने बताया, दुबे के पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। विकास के बहनोई दिनेश तिवारी को शव सौंपा गया था। बहनोई ने ही विकास को मुखाग्नि दी। बेटे ने मुखाग्नि क्यों नहीं दी, पुलिस ने भी इस बारे में कुछ नहीं कहा।

आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी था विकास

गौरतलब है कि, कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस की टीम के एक सीओ, तीन दारोगा तथा चार सिपाही की हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे फरार चल रहा था। पुलिस की भारी भरकम टीमें यूपी के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी उसकी तलाश में लगी हुई थीं। पुलिस ने मोस्टवॉन्टेड विकास दुबे के जगह-जगह पर पोस्टर्स भी लगवाए थे।

विकास ने उज्जैन में किया था सरेंडर

विकास पर यूपी पुलिस ने पांच लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। गैंगस्टर विकास दुबे ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पर्ची कटाई और इसके बाद मीडिया और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। जिसके बाद पुलिस उसे पड़क कर थाने ले गई थी। शुक्रवार को दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही एनकाउंटर में मारा गया।