वायनाड की आदिवासी लड़की ने सिविल सेवा परीक्षा में पाई सफलता

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल के वायनाड की एक आदिवासी लड़की के सिविल सेवा परीक्षा में चयनित होने पर उन्हें बधाई दी है. श्रीधन्या ने मात्र 22 साल की उम्र में ये सफलता पाई है. बता दें कि राहुल गांधी इस बार अमेठी के साथ वायनाड से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.

हुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘श्रीधन्या सुरेश सिविल सेवा में चयनित होने वाली वायनाड की पहली आदिवासी लड़की हैं. उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उनके सपने को सच किया.’ उन्होंने कहा, ‘मैं श्रीधन्या और उनके परिवार को बधाई देता हूं और करियर में उनकी अपार सफलता की कामना करता हूं.’

केरल के वायनाड जिले की रहने वाली श्रीधन्या (22) ने सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 410वीं रैंक हासिल की है. इस बार के रिजल्ट में कुल 759 कैंडिडेट को यूपीएससी ने आईएएस, आईपीएस, आईआरएस और अन्य ग्रुप ए और बी की सेवा के लिए चयनित किया है.

सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2018 तीन जून, 2018 को हुई थी. इस परीक्षा में 10,65,552 कैंडिडेट ने आवेदन किया था जिनमें से 4,93,972 लाख लोगों ने परीक्षा दी.

सितंबर-अक्टूबर 2018 में हुई लिखित (मुख्य) परीक्षा में भाग लेने के लिए कुल 10,468 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए. फरवरी-मार्च 2019 में हुए इंटरव्यू के लिए कुल 1,994 कैंडिडेट ने सफलता प्राप्त की. सिविल सेवा में चयनित 25 कैंडिडेट में 15 पुरुष और 10 महिलाएं हैं.