AMU में उग्र हुआ जिन्ना विवाद

पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर शुरू हुआ विवाद बुधवार को उग्र रूप लेता दिखा. इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने एएमयू के बाबा सैयद गेट पर जिन्ना का पुतला फूंका, जिसके बाद हिंदूवादी छात्र संगठनों और एएमयू छात्रों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. दोनों तरफ से लाठी-डंडे निकल आए और एक दूसरे को मारने के लिए आतुर हो गए. मौके पर पहुंची पुलिस को छात्रों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े.

पुलिस के इस बलप्रयोग में कम से कम छह छात्र घायल हो गए. वहीं एएमयू के प्राक्टर मोहसिन खान ने बताया कि एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी और छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एम हुसैन जैदी घायलों में शामिल हैं.
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इस बीच पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को आजीवन सदस्यता देने के मकसद से एएमयू में आयोजित कार्यक्रम को तनाव के कारण रद्द कर दिया गया. वह शाम को दिल्ली लौट गए.

वहीं अलिगढ़ के डीएम चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि एएमयू छात्रों की भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को बलप्रयोग करना पड़ा. उन्होंने बताया कि पुलिस कार्रवाई में दो युवक घायल हो गए. फ़िलहाल तनाव को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है.

दरअसल, एएमयू छात्रसंघ भवन में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर का हिंदूवादी छात्र संगठनों ने भारी विरोध किया. यूनिवर्सिटी के सुरक्षाकर्मियों का आरोप है कि वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं के पास पिस्तौल और डंडे थे, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी.

इस घटना को लेकर एएमयू छात्रसंघ ने पुतला फूंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है

अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि यह जांच की जा रही है कि वाहिनी के कार्यकर्ता कैसे परिसर के गेट पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि परिसर के भीतर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. हालात पूरी तरह सामान्य होने तक गश्त जारी रहेगी. परिसर में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दी गई है.

बता दें, एएमयू के छात्रसंघ भवन में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर सियासत चरम पर है. एक तरफ बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने मामले में वीसी को पत्र लिखकर जवाब मांग लिया है. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी भी इस तस्वीर का विरोध कर चुके हैं. वहीं खुद बीजेपी के ही मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य तस्वीर लगाने को सही ठहरा रहे हैं, तो उधर योगी सरकार के एक अन्य कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने स्वामी प्रसाद मौर्य को ‘जिन्ना का रिश्तेदार’ कह दिया. बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को तुरंत पार्टी से बाहर निकालने की मांग की है.