CBSE पेपर लीकः कोचिंग संचालक ने 20 लोगों को बेचा था पेपर

सीबीएसई की 12वीं के अर्थशा का लीक पेपर कोचिंग संचालक तौकीर ने करीब 20 लोगों को बेचा था। पेपर लीक मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टिगेटिव टीम (एसआईटी) के हत्थे चढ़े आरोपियों से हुई पूछताछ में यह खुलासा हुआ है। मामले की जांच कर रही टीम की अगुवाई कर रहे क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने यह जानकारी दी।

ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि अभी जांच की जा रही है कि तौकीर और उसके जानकार छात्र के जरिए कितने लोगों तक यह लीक पेपर पहुंचा है। साथ ही लीक पेपर के बदले उसे कितनी रकम मिली है। दरअसल, लीक पेपर की कीमत तौकीर ने पहले 15 हजार रुपये रखी थी। लेकिन, वक्त कम होने के कारण आखिरी समय में उसने इसकी कीमत घटाकर पांच हजार रुपये तक कर दी थी। हालांकि बेचे गए लीक पेपर की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। जांच टीम लगातार विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

दोनों स्कूल टीचर को 50 फीसदी देता था
लीक पेपर की सौदेबाजी करने वाला कोचिंग संचालक तौकीर अपने साथ गिरफ्तार हुए बवाना के पब्लिक स्कूल के दोनों टीचर रिषभ और रोहित को बेचे गए पेपर की रकम में से 50 फीसदी धनराशि देता था। इस बात की पुष्टि ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने की है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में तौकीर से यह जानकारी मिली है। वहीं, उसके जानकार दोनों टीचर ने भी रकम मिलने की बात स्वीकार की है।

एक छात्र के जरिए अन्य से संपर्क किया

क्राइम ब्रांच की अब तक की जांच में यह साफ हुआ है कि आरोपी तौकीर ने अपने करीबी जानकार छात्र के जरिए अन्य लोगों को लीक पेपर मुहैया कराने के लिए संपर्क किया था। हालांकि, छात्र की भूमिका की जांच की जा रही है। इस छात्र को किसी तरह का आर्थिक लाभ नहीं मिलने की बात सामने आ रही है। जांच में पता चला है कि तौकीर ने छात्र से कोई साठगांठ नहीं की थी, बल्कि उसके नेटवर्क का प्रयोग किया।

स्कूल ¨प्रसिपल से फिर पूछताछ की
क्राइम ब्रांच ने सोमवार को बवाना के स्कूल प्रसिपल को दोबारा बुलाकर उनसे घंटों पूछताछ की। साथ ही दोनों टीचर को बैठाकर बयान क्रॉसचेक किएा। मामले में प्रिंसिपल की भी गिरफ्तारी हो सकती है। ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि ¨प्रसिपल के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी या नहीं। दरअसल गिरफ्तार दोनों टीचर शुरुआती जांच में बयान दे रहे हैं कि उन्होंने मामले में प्रिंसिपल को शामिल नहीं किया था। हालांकि, पुलिस ने अब तक प्रिंसिपल को क्लीन चिट नहीं दी है।

सीबीएसई अधिकारियों के संपर्क में क्राइम ब्रांच
पेपर लीक मामले को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम लगातार सीबीएसई के मुख्यालय के संपर्क में है। इस पूरे नेटवर्क को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम ने सीबीएसई की अध्यक्ष अनीता करवाल सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारियों से घंटों बातचीत की । इस कवायद में जांच टीम ने परीक्षा प्रणाली और उससे जुड़े कर्मचारियों के बारे में अहम जानकारी हासिल की है। साथ ही मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम सुराग हालिस करने के लिए परीक्षा सेंटर पर पेपर के पहुंचने के नेटवर्क को भी खंगाल रही है।

यह है मामला
सीबीएसई की ओर से 12वीं बोर्ड का अर्थशा और 10वीं बोर्ड का गणित का पेपर लीक होने की वजह से रद्द कर दिया गया था। इसके साथ ही परीक्षा दोबारा करवाने का फैसला किया गया। इसमें अर्थशा का पेपर दोबारा कराने की तारीख की घोषणा कर दी गई है। वहीं, गणित के पेपर की तारीख आना अभी बाकी है।