स्पा कराते हैं तो हो सकता है HIV और हेपेटाइटिस!

आजकल ब्यूटी पार्लरों में तरह-तरह के स्पा किए जाते हैं. इन्ही में से एक है- फिश फूट स्पा.  हेल्थ एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि फिश फूट स्पा से एचआईवी और हेपेटाइटिस C जैसी खतरनाक बीमारियां फैल सकती हैं.

गवर्नमेंट हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी ने कहा है कि डायबिटीज या जिनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर हैं, वे खासतौर पर इसका शिकार बन सकते हैं, इसलिए उन्हें फिश स्पा कराने से दूर ही रहना चाहिए.

एक नई गाइडलान के मुताबिक,  इस लोकप्रिय ट्रीटमेंट के चलते कई लोगों को इंफेक्शन हो रहा है. बता दें कि इस ट्रीटमेंट में छोटी-छोटी मछलियां ग्राहकों की डेड स्किन पर हमला करती हैं.

एजेंसी ने बताया कि फिश टैंक का अगर पानी ना बदला जाए तो एक कस्टमर से दूसरे कस्टमर को इन्फेक्शन हो सकता है. अगर कोई कस्टमर एचआईवी वायरस या हेपेटाइटिस से पीड़ित है और स्पा के दौरान पेडिक्योर के दौरान खून निकलता है तो संभव है कि दूसरों को भी ये बीमारियां हो जाए.

एजेंसी ने कहा कि भले ही इस ट्रीटमेंट में खतरा बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन खतरे से पूरी तरह बाहर भी नहीं है.

 स्पा सेंटरों की बढ़ती संख्या के बीच नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है. एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा, अगर हाइजीन संबंधी सभी नियमों का पालन किया जाए तो इन्फेक्शन का खतरा बिल्कुल कम हो जाता है.

एशिया में बेहद लोकप्रिय यह पेडीक्योर यूएस के कुछ राज्यों में बैन किया जा चुका है क्योंकि खुले घावों के जरिए सीधे इन्फेक्शन फैलने का खतरा रहता है.