स्वाइन फ्लू के संक्रमण से 28 दिन में 75 लोगों की मौत

राजस्थान में स्वाइन फ्लू के आगे चिकित्सा विभाग के सभी इंतजाम और कवायदें सिफर साबित हो रही हैं। स्वाइन फ्लू ने प्रदेश में इस महीने के 28 दिनों में 1911 लोगों को अपना शिकार बनाया है। वहीं इनमें से 75 लोगों की जान चली गई। मतलब है कि प्रदेश में हर सौ स्वाइन फ्लू के मरीजों में से चार लोग इस माह मरे हैं। रोजाना औसतन 68 लोग इसके संक्रमण से बीमार हुए हैं।

जोधपुर में करीब सात फीसदी लोगों की मौत

जोधपुर में इस माह 335 मरीज आए हैं, लेकिन चौकान्ने वाली बात यह है कि यहां सर्वाधिक मौतें 23 हुई है यानि की करीब 7 फीसदी अर्थात सौ में से 7 लोगों की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है। जबकि जयपुर में इसके दोगुने यानि 754 मरीज आए, लेकिन मौतों की संख्या जोधपुर के मुकाबले केवल 4 रही। मतलब कि जयपुर में दो सौ से ढाई सौ मरीजों पर एक की मौत।

मंत्री खुद जिलों में पहुंचेंगे

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा अब खुद स्वाइन फ्लू को लेकर चिकित्सा सेवाओं और कन्ट्रोल के लिए विभाग के कार्यों का जायजा लेने के लिए कुछ जिलों में जाकर व्यवस्थाओं का मुआयना करेंगे। जानकारी के अनुसार वे मंगलवार को ब्यावर, पाली और फिर जोधपुर के दौरे पर जा रहे हैं। उनका करीब तीन दिन का दौरा प्रस्तावित है।

विभाग ने किए प्रयास लेकिन नहीं रुका फ्लू

चिकित्सा विभाग ने स्वाइन फ्लू के संक्रमण के अनियंत्रित होने पर डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द की। अफसरों को जिलों में भेजा। स्क्रीनिंग की, क्रॉस वैरिफिकेशन कराई। प्रदेश भर में पांच दिन का घर-घर जाकर स्क्रीनिंग का अभियान चलाया और एक करोड़ 40 लाख लोगों से संपर्क कर एक लाख टीमों ने 6 हजार संदिग्ध मरीजों को स्वाइन फ्लू की दवाइयां दी, लेकिन फ्लू का वायरस नहीं रुका। मरीजों का आंकड़ा इस माह 2 हजार के पार जाने की आशंका है। वहीं मौतें भी लगभग हर दिन दो से तीन हो रही हैं।

सोमवार को 55 लोग चपेट में, दो की मौत

प्रदेश में सोमवार को स्वाइन फ्लू ने 55 लोगों को और अपनी चपेट में ले लिया है। इनमें से दो लोगों की मौत हो गई है। सोमवार को जयपुर में 20, कोटा में 9, गंगानगर, बीकानेर में 5, जोधपुर, बाड़मेर, बूंदी, उदयपुर में 2-2 और अजमेर, नागौर, भरतपुर, चूरू, अलवर, झुंझुनूं, जैसलमेर, राजसमंद में 1-1 मरीज सामने आए हैं।