अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बड़ा झटका- भारत मुख्य अतिथि के तौर पर

 

अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. इस बार मुस्लिम देशों के मंच आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने पाकिस्तान को करारा झटका दिया है. दरअसल OIC की अबु धाबी में होने वाली अगली विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत को मुख्य अतिथि के तौर पर न्‍योता भेजा गया था. लेकिन पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने साफ कर दिया था कि अगर भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस मंच पर आमंत्रित किया जाता है तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी इस बैठक में शामिल नहीं होंगे.

पाकिस्तान इस मंच का फाउंडिंग मेंबर भी है, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की इस धमकी का कोई असर OIC पर पड़ता दिखाई नहीं दिया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गुरुवार रात अबु धाबी के लिए रवाना होंगी और शुक्रवार सुबह मुख्य अतिथि के तौर पर इस मंच को संबोधित करेंगी. वहीं गुरुवार को भी पाकिस्तान ने साफ कर दिया कि वो सुषमा स्वराज के रहते इस बैठक में शामिल नहीं होगा. सूत्रों ने बताया कि UAE के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का जोरदार स्वागत भी करेंगे.

फिर अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान

आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पूरी दुनिया में बदनाम है. अमेरिका समेत कई मुल्कों ने पाक से आतंक के खिलाफ कारवाई करने को कहा है, लेकिन पाकिस्तान ने लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दिया है. चीन छोड़ दुनिया का कोई भी देश अब पाकिस्तान के साथ खड़ा नज़र नहीं आता.

वहीं इस्लामिक देशों के इस मंच पर भी अब पकिस्तान अकेला पड़ गया है. इस्लामी सहयोग संगठन की 57 सदस्य हैं, जिनमें से 56 संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्य हैं. अफगानिस्तान, बहरीन, बांग्लादेश, ब्रूनेई, मिस्र, गैबॉन, ईरान, इराक, जार्डन, कुवैत जैसे देश इसके सदस्य हैं.

OIC ने की थी भारत की कार्रवाई की निंदा

जैश के ट्रेनिंग कैंप पर एयर स्ट्राइक के बाद OIC ही वो अकेला मंच था जिसने भारत की कार्रवाई की निंदा की थी. लेकिन भारत ने कूटनीतिक स्तर पर ये साफ कर दिया है कि भारत की कार्रवाई किसी देश के खिलाफ नहीं थी, बल्कि आतंक के खिलाफ थी.

दिलचस्प बात ये है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उसी मंच से संबोधित करेंगे करेंगी जिस मंच ने अब से कुछ दिन पहले भारत की कार्रवाई की निंदा की थी. सूत्र बताते हैं कि भारत इस मंच से ये साफ करेगा कि भारत की लड़ाई किसी देश से नहीं बल्कि आतंकवाद से है और भारत एक जिम्मेदार देश है जो युद्ध नहीं चाहता इस मंच से एक बार फिर भारत पुलवामा हमले का जिक्र करेगा और पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ ठोस कदम उठाने को कहेगा.