आम आदमी पार्टी को झटका-वकील एच एस फूलका ने दिया इस्तीफ़ा

फूलका ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को अपना इस्तीफ़ा सौंपा.

उन्होंने ख़ुद ट्वीट कर अपने इस्तीफ़े की जानकारी दी और कहा कि वह इस मामले में शुक्रवार को दिल्ली के प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कारण बताएंगे.

फूलका ने ट्वीट किया, “मैंने आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है और अपना इस्तीफ़ा केजरीवाल जी को सौंप दिया है. हालाँकि उन्होंने मुझे इस्तीफ़ा नहीं देने को कहा, लेकिन मैंने इस्तीफ़े पर ज़ोर दिया. मैं कल शाम चार बजे दिल्ली के प्रेस क्लब में पार्टी छोड़ने के कारणों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताऊंगा.”

फूलका मार्च 2017 में पंजाब में विपक्ष के नेता बने थे, लेकिन कुछ ही समय बाद उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पद से यह कहते हुए इस्तीफ़ा दे दिया था कि वह 1984 के मामलों पर फ़ोकस करना चाहते हैं.

फूलका का इस्तीफ़ा ऐसे समय में हुआ है जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच 2019 के लोकसभा चुनावों में गठबंधन की बातें चल रही थी, हालाँकि गुरुवार को ही पार्टी के नेता संजय सिंह ने साफ़ किया था कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी.

कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार को हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने सिख दंगों के एक मामले में दोषी ठहराया था और उन्हें उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई थी. सज्जन कुमार को कोर्ट ने 31 दिसंबर तक समर्पण करने को कहा था.

इसके बाद सज्जन कुमार ने कोर्ट से 31 जनवरी तक का समय मांगा था, लेकिन अपील ख़ारिज होने के बाद उन्होंने दिल्ली की एक अदालत में समर्पण कर दिया था.

दिल्ली विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग संबंधी प्रस्ताव पारित होने पर विवाद हुआ था, हालांकि बाद में आम आदमी पार्टी ने इससे इनकार कर दिया था.

पार्टी का कहना था कि सदन में जो प्रस्ताव पारित किया गया, उसमें राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने का ज़िक्र नहीं था.