ईरान पर सामान्य राष्ट्र की तरह व्यवहार करने के लिए दवाब बना रहा अमेरिका

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ‘ईरान पर सामान्य राष्ट्र की व्यवहार करने के लिए’ दबाव बढ़ा रहा है। पोम्पिओ ने पश्चिम एशिया में युद्धपोत तैनात करने के ट्रंप प्रशासन के फैसले के बाद फिनलैंड में सोमवार को संवाददाताओं से बात की। अमेरिका का कहना है कि उसने ईरान या उसके सहयोगियों की ओर से अमेरिका पर संभावित हमले के जवाब में यह युद्धपोत तैनात किया है।

ट्रंप प्रशासन की ओर से ईरान पर बनाए जाने वाले दवाब में ओबामा शासन काल में हुए परमाणु समझौते से अलग होना, ईरान पर प्रतिबंध लगाना और इसके रेवोल्युशनरी गार्ड को आतंकवादी संगठन घोषित करना शामिल है।

पोम्पिओ ने कहा कि इन कदमों के जरिए ईरान की कई गतिविधियों पर रोक‍ लगाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का कहना है कि ईरान की इन गतिविधियों में उन आतंकवादी संगठनों को प्रायोजित करना शामिल है जो इजराइल पर मिसाइल हमले करते हैं या यमन के गृह युद्ध में विद्रोहियों की मदद करने के लिए मिसाइल प्रणाली विकसित करते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि ईरान इस्लामिक गणराज्य एक सामान्य राष्ट्र की तरह बर्ताव करे। पोम्पिओ ने कहा, ‘वे जब ऐसा कर लेगें तो हम उनका फिर से स्वागत करेंगे।’