गुरमीत के खिलाफ पत्रकार की हत्या मामले में कोर्ट में 11 जनवरी को फैसला

दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में 20 साल जेल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा (Dera sacha sauda) प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) पर एक और मामले में फैसला आने वाला है। गुरमीत के खिलाफ पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में सीबीआई कोर्ट 11 जनवरी को फैसला सुना सकता है। पंचकूला (Panchkula) की विशेष सीबीआई अदालत (CBI Court) में इस मामले पर सुनवाई पूरी हो गई।

विशेष सीबीआई अदालत में बुधवार को सुनवाई के दौरान इस मामले में आरोपित किशनलाल, निर्मल और कुलदीप पेश हुए। रोहतक की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अदालत में पेश हुआ। इसके साथ ही गुरमीत राम रहीम व अन्य आरोपितों के वकीलों और सीबीआइ के वकीलों के बीच बहस पूरी हो गई। गुरमीत पर किशनलाल, निर्मल और कुलदीप के साथ मिलकर साजिश रच कर सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या कराने का आरोप है।

बता दें कि रामचंद्र छत्रपति (Ramchandra Chhatrapati) की 21 नवंबर, 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी थी। छत्रपति ने ही साध्वियों से दुष्कर्म के मामले का खुलासा किया था। छत्रपति ने अपने सांध्यकालीन समाचार पत्र ‘पूरा सच में’ इस संबंध में अनाम साध्वी का पत्र प्रकाशित किया था और पूरे मामले का खुलासा किया था। इस मामले में 2003 में एफआइआर दर्ज हुई थी और 2006 में मामला सीबीआइ के सुपुर्द किया गया था। इन साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में ही गुरमीत राम रहीम सुनारिया जेल में 20 वर्ष कैद की सजा काट रहा है।

बेटे को इंसाफ की उम्मीद :-

छत्रपति के पुत्र अंशुल छत्रपति ने 11 जनवरी को इंसाफ मिलने की उम्मीद जताई। अंशुल पिछले 16 वर्षों से पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अंशुल छत्रपति ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि इस मामले में बड़ा फैसला आएगा और हमें इंसाफ मिलेगा।