कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को विदेश से भारत लौट आईं. वह अपनी बेटी इलाह का इलाज कराने के लिए अमेरिका गई थीं. पहले वह एक फरवरी को लौटने वाली थी लेकिन इलाज में देरी के चलते उनके आने में देरी हुई. बता दें कि प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया गया है.
स्वदेश लौटने के बाद प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके तुगलक रोड स्थित आवास पर मुलाकात की. बताया जाता है कि प्रियंका ने पार्टी के कई अन्य बड़े नेताओं से भी मुलाकात की और उत्तर प्रदेश की रणनीति को लेकर चर्चा की. इस दौरान उत्तर प्रदेश पश्चिम के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को कांग्रेस महासचिवों और अलग-अलग राज्यों के इंचार्ज के बैठक में प्रियंका भी शामिल होंगी. यह बैठक आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर बुलाई गई है. राहुल गांधी ने शनिवार को भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और कांग्रेस विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई थी जिसमें आम चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई थी.
प्रियंका गांधी को 23 जनवरी को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने का ऐलान हुआ था. उनके सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. वर्तमान में कांग्रेस के पास यूपी में लोकसभा की 80 में से केवल दो सीटें ही हैं. माना जा रहा है कि प्रियंका रायबरेली सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं. वह कई बार इस सीट पर अपनी मां सोनिया गांधी के चुनाव प्रचार की कमान संभाल चुकी है.
लंबे समय से प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग उठ रही थी. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की लंबे समय से मांग थी कि प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में उतारा जाए. इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने पार्टी हाईकमान को कई बार पत्र लिखकर मांग भी उठाई थी.