पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद ने भारत को भेजा दिल दहलाने वाले यह संदेश

पाकिस्तान पर Surgical strike2 एयर स्ट्राइक के बाद हर संभावित खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए दिल्ली पुलिस ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। खासतौर पर दिल्ली मेट्रो व दिल्ली कैंट समेत तमाम महत्वपूर्ण जगहों व प्रतिष्ठानों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस व सरकार को शक है कि Surgical strike2 एयर स्ट्राइक के बाद बौखलाया पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद दिल्ली समेत देश के बड़े शहरों व सीमावर्ती इलाके में आतंकी हमले कर सकता है। जैश ए मुहम्मद ने भारत में रह रहे अपने स्लीपर सेल को कहा है कि वे किसी भी तरह से अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए भारत को जानमाल का नुकसान पहुंचाएं। इसके मद्देनजर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस स्लीपर सेल का पता लगाने में जुटी है। वहीं देश से बाहर जाने व देश में आने वाली हर कॉल पर नजर रखी जा रही है। मेट्रो स्टेशनों पर ऐसा लग रहा था कि जांच में सीआइएसफ की पूरी बटालियन उतर आई है। यहां लोगों के लैपटॉप तक चेक किए जा रहे थे।

सीमा पर तनाव का विमान सेवा पर असर, 47 उड़ानें हुईं रद

जम्मू-कश्मीर में तनाव का दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल-1 व 2 से संचालित होने वाली उड़ानों पर भी असर पड़ा। अधिकारियों के अनुसार नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आदेश के बाद उड़ानें रद करनी पड़ीं। करीब 47 घरेलू उड़ानें रद की गईं। इनमें श्रीनगर, जम्मू, लेह, अमृतसर, चंडीगढ़, पठानकोट, अमृतसर, शिमला, कांगड़ा, कुल्लू-मनाली और पिथौरागढ़ सहित अन्य जगहों के लिए जाने वाली सभी वाणिज्यिक उड़ानें शामिल थीं। इसके अलावा चार विमानों के मार्ग को परिवर्तित किया गया, जिसमें दो घरेलू व दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं। विमानों के रद व मार्ग परिवर्तित किए जाने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर हवाईअड्डे व आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा को भी कड़ा कर दिया गया है। क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था में अतिरिक्त चौकसी बरती जा रही है।

हालांकि, यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए सभी एयरलाइन कंपनियों ने ट्विटर व यात्रियों के मोबाइल पर संदेश देकर इसकी जानकारी दी थी, लेकिन अधिकांश यात्री जब तक ये संदेश पढ़ पाते तब तक वे हवाईअड्डा पहुंच चुके थे। एयरपोर्ट पहुंच चुके कई यात्रियों ने उड़ान रद किए जाने के बाबत एयरलाइन व एयरपोर्ट प्रशासन से नाराजगी जाहिर की। इस दौरान हवाईअड्डा पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा। कुछ निजी एयरलाइन ने लोगों का गुस्सा शांत करने के लिए यात्रियों से कैंसिलेशन चार्ज न लेने व उनके पैसे रिफंड करने तक की बात कहकर स्थिति शांत करने की कोशिश की। हालांकि कई यात्री ऐसे भी थे जो इस स्थिति के साथ समझौता कर यह कहते सुने गए की देश के लिए कुछ भी सहन कर सकते हैं।

उड़ानें रद होने के कारण प्रभावित लोगों में कई सैनिक भी थे। सैनिकों को जम्मू में अपनी ड्यूटी ज्वाइन करनी थी, वे अधिक परेशान दिखे। उन्होंने फोन पर अपने अधिकारियों को इस बात की सूचना दी और आगे जाने के लिए ट्रेन का विकल्प चुना। वहीं, जो व्यक्ति किसी बीमारी या समारोह आदि में शामिल होने जाना था उन्होंने भी अन्य विकल्पों जैसे बस या ट्रेन का रुख किया। दोपहर करीब सवा तीन बजे के आसपास डीजीसीए ने उड़ानें बहाल करने का आदेश दिया, लेकिन बैकलॉग बढ़ने व पहले से तय उड़ानों के चलते रात तक इसका असर घरेलू उड़ानों पर रहा। संभावना है अभी स्थिति सुधरने में दो-तीन दिन लग जाएंगे।