पाकिस्तान को आर्थिक तंगी से बचाने के लिए इमरान खान ने लिया बड़ा फैसला

पाकिस्तान एक तरह तो आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान में रहने वालों को महंगाई मार रही है. टमाटर और दूध की ऊंची कीमतों के बाद अब जनता पर महंगे पेट्रोल-डीजल की मार पड़ रही है. इन सब से निपटने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बड़ा कदम उठाया है. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) में काम कर रहे पाकिस्तानी अर्थशास्त्री डॉ रजा बाकिर को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) का नया गवर्नर नियुक्त किया है. आपको बता दें कि भारत के सेंट्रल बैंक आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) की तरह पाकिस्तान में एसपीबी (स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान) है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फैसले से पाकिस्तान को आईएमएफ से राहत पैकेज मिलने में मदद मिलेगी.

इमरान खान ने अचानक लिया ये बड़ा फैसला-पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को हैरान करने वाला कदम उठाते हुए एसबीपी और संघीय राजस्व बोर्ड (एफबीआर) के प्रमुखों को हटा दिया था. कुछ दिन पहले ही आईएमएफ का दल राहत पैकेज पर बातचीत को इस्लामाबाद आया था.

>> आईएमएफ के कार्यक्रम में एसबीपी गवर्नर और एफबीआर चेयरमैन दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. सरकार की ओर से शनिवार रात जारी अधिसूचना में कहा गया कि राष्ट्रपति ने डॉ रजा बाकिर को पदभार संभालने की तारीख से तीन साल के लिए एसबीपी का गवर्नर नियुक्त किया है.

>> हार्वर्ड और कैलिफोर्निया के बर्कले विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त बाकिर वर्ष 2000 से आईएमएफ से जुड़े हैं. फिलहाल वह मिस्र में आईएमएफ के वरिष्ठ प्रतिनिधि हैं.

महंगाई से परेशान है पाकिस्तानी-पाकिस्तान की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) ने पेट्रोल की कीमतों में 9 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है. इस बढ़ोतरी के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 108 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई .वहीं, डीजल के दामों में 4.89 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ी है. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान में दूध की कीमत 180 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई थी. वहीं टमाटर का भाव 100 रुपये प्रति किलो हो गया था.

लगातार बढ़ रहा है कर्ज का बोझ-पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं विदेशी भुगतान के लिए धन की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान ने राहत पैकेज के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के प्रतिनिधिमंडल के साथ तकनीकी रूप की चर्चा शुरू हो चुकी है. आईएमएफ से पाकिस्तान लगभग आठ अरब डॉलर के कोश की मांग कर रहा है. पाकिस्तान भुगतान संतुलन के संकट से जूझ रहा है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था के डगमगाने का खतरा है