बारिश का कहर, लाहौल-स्पीति में IIT के 35 छात्र लापता

हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी के कारण लाहौल-स्पीति में ट्रैकिंग के लिए गए 45 लोगों के लापता होने की खबर है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इनमें आईआईटी (रुड़की) के 35 स्टूडेंट भी शामिल हैं. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले दो-तीन दिन से भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण जानमाल का काफी नुकसान हुआ है. इसके अलावा ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हुई है.

वहीं भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) डैम के अधिकारियों ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले स्थित पोंग डैम से 49 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला किया है. डैम में पानी का स्तर 36 घंटों में 11.11 फीट बढ़ गया है.

लापता दल में शामिल एक स्टूडेंट अंकित भाटी के पिता राजवीर सिंह ने बताया कि वे सभी हम्प्टा पास के लिए ट्रैकिंग पर गए थे और उन्हें मनाली लौटना था. लेकिन उनसे संपर्क टूट चुका है.

लाहौल-स्पीति घूमने गए 8 लोगों का एक ग्रुप भी लापता हो गया है. इनमें ब्रुनेई की एक महिला संजीदा तुबा, नीदरलैंड के एबी लिम और 6 भारतीय नागरिक शामिल हैं. इस दल के लापता होने वाले भारतीयों के नाम प्रियंका वोरा, पायल देसाई, दीपिका, दिव्या अग्रवाल, अभिनव चंदेल और अशोक हैं.

सोमवार रात खोले जा सकते हैं पोंग बांध के दरवाजे

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कांगड़ा जिले में ब्यास नदी पर बने पोंग बांध के गेट खोले जा सकते हैं, क्योंकि नदी में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के एक अधिकारी ने बताया कि ब्यास नदी पर बने बांध के गेट खोले जा रहे हैं. पानी को देर रात कभी भी छोड़ा जा सकता है.

अधिकारी ने बताया कि बीबीएमबी ने राज्य और पड़ोसी पंजाब के निचले इलाकों में रहने वाले लोगेां को सतर्क रहने का निर्देश दिया है. अधिकारियों को सभी तरह की तैयारी करने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि बीते तीन दिन में ब्यास नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश की वजह से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है.

बारिश से  11 लोगों की मौत, पंजाब में ‘रेड अलर्ट’

लगातार बारिश से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन के कारण जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश एवं हरियाणा में सोमवार को कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. पंजाब में भारी बारिश के मद्देनजर ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है. पंजाब में मंगलवार को भी स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. जम्मू-कश्मीर के डोडा और हिमाचल प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर सोमवार को स्कूल बंद रहे.

भारी बारिश के चलते भूस्खलन की कई घटनाएं हुईं, जिनके कारण बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री जाने के रास्ते प्रभावित हुए और चारधाम यात्रा भी प्रभावित हुई. भारी बारिश के बाद जलजमाव होने से राष्ट्रीय राजधानी में भी यातायात प्रभावित हुआ.

भारी बारिश को देखते हुए पंजाब सरकार ने जिला प्रशासनों को किसी भी इमरजेंसी से बचने के लिये सतर्कता बरतने को कहा है. कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा में भारी बारिश से खरीफ फसलों को नुकसान पहुंच सकता है और खेतों में पानी भर सकता है. हरियाणा के अंबाला में भारी बारिश के कारण घर की छत गिरने से 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई.

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में कहीं-कहीं खासकर देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रूद्रप्रयाग, पिथौरागढ और बागेश्वर जिलों में अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है.

हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से कुल्लू, कांगड़ा और चंबा जिले में अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गयी. कुल्लू जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

जम्मू कश्मीर के डोडा जिला में भूस्खलन की चपेट में आने से तीन नाबालिग सहित एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी जबकि कठुआ जिला में अचानक आयी बाढ़ में फंसे 29 लोगों को बचाया गया. डोडा और जम्मू क्षेत्र में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है. मौसम में सुधार देखकर अधिकारियों ने सोमवार सुबह 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिये खोल दिया.

मौसम विज्ञान विभाग ने अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट जगहों पर बारिश का पूर्वानुमान जताया है.