भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते दिल्ली में हाई अलर्ट

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। खासतौर से एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, मेट्रो, भीड़भाड़ वाले बाजार व मॉल सहित राजधानी के ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व के ठिकानों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दिल्ली के कई इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

दिल्ली की कानून-व्यवस्था चाक-चौबंद बनाए रखने और किसी भी हालात से निपटने के लिए सुरक्षा तैयारियों को लेकर पुलिस मुख्यालय में पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक का आयोजन किया गया था। बुधवार को कुछ देर के लिए देश के कई जगहों पर हवाई सेवाएं रोकने के बाद दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए दोबारा से बैठक की गई। इसके बाद पुलिस की सभी यूनिटों को संदिग्धों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी जिला पुलिस के डीसीपी को अपने-अपने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था की खुद ही मॉनिटरिंग करने को कहा गया है।

एयरपोर्ट पर विशेष चौकसी

एयरपोर्ट पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। मुख्य रूप से बाहरी घेरे की सुरक्षा को और चौकस कर दिया गया है। बाहरी घेरे में दिल्ली पुलिस सुरक्षा की कमान संभालती है, जबकि आंतरिक सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले है। बाहरी सुरक्षा के लिए पुलिस ने अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर दी है। एयरपोर्ट की सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियां आपस में एक दूसरे को सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रही हैं और किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है।

अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई

राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को अभेद बनाने के लिए दिल्ली पुलिस की रिजर्व बटालियन की तैनाती के साथ कई इलाकों में अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया है। जगह-जगह बेरिकेड लगाकर संदिग्धों की जांच-पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा सड़कों पर गश्त भी बढ़ा दी गई है। खासतौर से भीड़भाड़ वाले बाजार, मॉल व सिनेमा घरों में सुरक्षा को लेकर विशेष चौकसी बरती जा रही है।

जगह-जगह ‘पराक्रम’ वाहनों की तैनाती

सुरक्षा को चाक-चौबंद बनाने के लिए राजधनी के विभिन्न स्थानों पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस कमांडो दस्ते को बुलटप्रूफ पराक्रम वाहनों के साथ जगह-जगह तैनात किया गया है। प्रत्येक ‘पराक्रम’ वाहनों में चार कमांडो तैनात हैं। हर टीम के पास अत्याधुनिक कैमरे, हथियार, एंटी बैलिस्टिक ग्लास सहित तमाम आधुनिक सुरक्षा उपकरण व हथियार मौजूद हैं। सभी कमांडो को ‘नी गार्ड’ और ‘हैंड गार्ड’ भी दिए गए हैं, ताकि वे किसी आपातकालीन स्थिति में जमीन पर लेटे हुए भी निशाना लगा सकें। इन वाहनों की तैनाती राजधानी के संवेदनशील इलाकों में की गई है।

ड्रोनरोधी तकनीक, चार हेलीकॉप्टर से भी नजर

राजधानी में किसी भी तरह के हवाई हमले जैसे हालात से निपटने के लिए ड्रोन रोधी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही सेना के हेलीकॉप्टर के जरिये भी आकाश मार्ग से कड़ा पहरा रखा जा रहा है। कुछ उंची इमारतों पर रूफटॉप दस्ते को भी अत्याधुनिक हथियारों व दूरबीन से लैस कर तैनात किया गया है।