मन की बात: अब हम जल, थल और नभ-तीनों में परमाणु शक्ति संपन्न हो गए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। यह उनके इस रेडियो कार्यक्रम का 51वां संस्‍करण है और इस कार्यक्रम का यह साल का अंतिम संस्‍करण है। पीएम मोदी ने कहा, 2018 को भारत एक देश के रूप में अपनी एक सौ तीस करोड़ की जनता के सामर्थ्य के रूप में कैसे याद रखेगा – यह याद करना भी महत्वपूर्ण है। हम सब को गौरव से भर देने वाला है।

– 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर हम देशवासियों के मन में बहुत ही उत्सुकता रहती है।

– हमारे पर्व, त्योहार हमें सामाजिक मूल्यों की शिक्षा भी देते है। एक ओर जहाँ इनका पौराणिक महत्व है, वहीं हर त्योहार जीवन के पाठ – एक दूसरे के साथ भाईचारे से रहने की प्रेरणा बड़ी सहजता से सिखा जाते हैं।

– कुंभ मेले में आस्था और श्रद्धा का जन-सागर उमड़ता है। एक साथ एक जगह पर देश-विदेश के लाखों करोड़ों लोग जुड़ते हैं। कुंभ की परम्परा हमारी महान सांस्कृतिक विरासत से पुष्पित और पल्लवित हुई है।

– कुंभ की दिव्यता से भारत की भव्यता पूरी दुनिया में अपना रंग बिखेरेगी। मेरा आप सब से आग्रह है कि जब आप कुंभ जाएं तो कुंभ के अलग-अलग पहलू और तस्वीरें सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें ताकि अधिक-से-अधिक लोगों को कुंभ में जाने की प्रेरणा मिले।

– जनवरी में कई सारे त्योहार आने वाले हैं जैसे लोहड़ी, पोंगल, मकर संक्रान्ति, उत्तरायण, माघ बिहू आदि। इन त्योहारों के अवसर पर भारत में पारंपरिक नृत्यों का रंग दिखेगा, फसल तैयार होने की खुशी में लोहड़ी जलाई जाएगी, आसमान में रंग-बिरंगी पतंगे उड़ती हुई दिखेंगी।

– अगर संकल्प में सामर्थ्य है, हौसले बुलंद हैं तो रुकावटें खुद ही रुक जाती हैं। कठिनाइयाँ कभी रुकावट नही बन सकती हैं। अनेक ऐसे उदाहरण जब हम सुनते हैं तो हमें भी अपने जीवन में प्रतिपल एक नयी प्रेरणा मिलती है।

– 16 साल की रजनी ने जूनियर महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। पुणे की 20 साल की वेदांगी कुलकर्णी साइकल से दुनिया का चक्कर लगाने वाली सबसे तेज एशियाई बन गयी हैं।

– 12 साल की हनाया निसार ने कोरिया में कराटे चैम्पीयन्शिप में स्वर्ण पदक जीता। वह कश्मीर के अनंतनाग में रहती है। उन्होनें मेहनत और लगन से कराटे का अभ्यास किया, उसकी बारीकियों को जाना और स्वयं को साबित करके दिखाया। हनाया को ढ़ेर सारी शुभकामनाएँ और आशीर्वाद।

– नेगेटिविटी फैलाना काफी आसान होता है, लेकिन, हमारे समाज में, हमारे आस-पास बहुत कुछ अच्छे काम हो रहे हैं और ये सब 130 करोड़ भारतवासियों के सामूहिक प्रयासों से हो रहा है।

– हमारी संस्कृति में ऐसी चीज़ों की भरमार है, जिनपर हम गर्व कर सकते हैं और पूरी दुनिया को अभिमान के साथ दिखा सकते हैं – और उनमें एक है कुंभ मेला है।

– बिजनौर के हार्ट लंग क्रिटिकल सेंटर की ओर से हर महीने ऐसे मेडिकल कैंप लगाये जाते हैं जहां कई तरह की बीमारियों की मुफ्त इलाज होता है। हर महीने सैकड़ों ग़रीब मरीज़ इस कैंप से लाभान्वित हो रहे हैं। निस्वार्थ भाव से सेवा में जुटे इन डॉक्टरों का उत्साह तारीफ़ के काबिल है।

– इस दिसम्बर में हमने कुछ असाधारण देशवासियों को खो दिया। 19 दिसम्बर को चेन्नई के डॉ जयाचंद्रन का निधन हो गया। उनको प्यार से लोग ‘मक्कल मारुथुवर’ कहते थे क्योंकि वे जनता के दिल में बसे थे। डॉ जयाचंद्रन ग़रीबों को सस्ते-से-सस्ता इलाज उपलब्ध कराने के लिए जाने जाते थे।

– देश के सेल्फ डिफेंस को नई मजबूती मिली है। इसी वर्ष हमारे देश ने सफलतापूर्वक परमाणु शक्ति को पूरा किया, यानी अब हम जल, थल और नभ-तीनों में परमाणु शक्ति संपन्न हो गए है।

– देशवासियों के अडिग संकल्प से स्वच्छता कवरेज बढ़कर 95% को पार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आजादी के बाद लाल-किले से पहली बार, आज़ाद हिन्द सरकार की 75वीं वर्षगांठ पर तिरंगा फहराया गया।

– 2018 में विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ की शुरुआत हुई। देश के हर गांव तक बिजली पहुंच गई। विश्व की गणमान्य संस्थाओं ने माना है कि भारत रिकार्ड गति के साथ, देश को गरीबी से मुक्ति दिला रहा है।

– हम ऐसा क्या करें जिससे अपने स्वयं के जीवन में बदलाव ला सकें और साथ-ही-साथ देश और समाज को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकें।

– साल 2018 ख़त्म होने वाला है और हम 2019 में प्रवेश करने वाले हैं। स्वाभाविक रूप से ऐसे में बीते वर्ष की बातें चर्चा में रहती हैं, साथ ही आने वाले वर्ष के संकल्प की भी चर्चा सुनाई देती है।