राजनीति में एंट्री के बाद पहली बैठक में प्रियंका गांधी ने अपने विपक्ष से कही ये बात

अपनी पहली आधिकारिक बैठक में कांग्रेस की नवनिर्वाचित महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने गुरुवार को पार्टी के अन्य लोगों के सामने आरएसएस (RSS) और बीजेपी (BJP) से लड़ने के अपने इरादे साफ कर दिए। बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को 24 अकबर रोड पर स्थित पार्टी मुख्यालय में हुई महासचिवों की बैठक में शामिल हुईं।

बैठक में मौजूद तीन पदाधिकारियों के अनुसार, प्रियंका गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा से मुकाबला करने की जरूरत है। 47 वर्षीय प्रियंका गांधी ने कहा कि वे नई हैं और ज्यादा अनुभव नहीं है लेकिन इसके बावजूद वे अपना सर्वश्रेठ देंगी।

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का कहना था कि वे प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) से किसी चमत्कार की अपेक्षा दो महीने में नहीं करते हैं। ऐसे में उन्हें किसी भी प्रकार का दबाव महसूस नहीं करना चाहिए। हालांकि, राहुल गांधी ने दोनों से 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में पार्टी की नींव मजबूत करने के लिए कहा।

वहीं, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के आम चुनावों की तैयारियों के बारे में महासचिवों और राज्य प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ‘हमने उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया, चुनावी अभियान की रणनीति और जहां भी गठबंधन की आवश्यकता है उसके बारे में चर्चाएं की।’ महासचिवों और प्रभारियों ने अपने राज्यों के बारे में विचार साझा किए। आखिर में उन्हें अल्टीमेटम दिया गया है कि उम्मीदवारों का चयन इसी महीने पूरा हो जाना चाहिए।

वेणुगोपाल ने जानकारी दी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार सुबह प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। इसके बाद यह तय हुआ कि तीनों 11 फरवरी को लखनऊ जाएंगे और 14 फरवरी तक शहर में रुकेंगे।