‘शांति का एक मौका दीजिए, ज़ुबान पर कायम रहूंगा’ : इमरान खान

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफीले पर हुए आतंकी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान को घेरने के कई कदम उठाए हैं, जिसके बाद पाकिस्तान अब बैकफुट पर आ गया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को शांति का एक मौका देने की बात कही और यकीन दिलाया कि अगर भारत सरकार पाकिस्तान को पुलवामा हमले के सबूत सौंपेगी तो वो इस पर तुरंत कार्रवाई करेंगे.

पाकिस्तान के PMO से जारी बयान के मुताबिक, ‘प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी जुबान पर कायम हैं कि अगर भारत कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी देता है तो हमलोग तत्काल कार्रवाई करेंगे.’

इमरान खान की ये टिप्पणी राजस्थान में पीएम मोदी की उस रैली के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया में आम सहमति है. आतंकवाद के दोषियों को दंडित करने के लिये हम मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं. इस बार हिसाब होगा और बराबर होगा. ये बदला हुआ भारत है, इस दर्द को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम जानते हैं आतंकवाद को कैसे कुचलना है.

पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान को बधाई देने के लिये फोन पर उनके साथ हुई अपनी बातचीत को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने उनसे कहा, ‘आइए ये गरीबी और अशिक्षा के खिलाफ लड़ाई लड़ें. इस पर खान ने कहा था कि मोदीजी मैं पठान का बच्चा हूं, सच्चा बोलता हूं, सच्चा करता हूं. आज उनके शब्दों को कसौटी पर तौलने का वक्त है.’

वादाखिलाफी पाकिस्तान की पुरानी आदत

वैसे भारत सरकार का आरोप है कि पाकिस्तान ने कभी अपने वादे नहीं निभाए हैं. मुंबई हमला हो या पठानकोट आतंकी हमला, पक्के सबूत सौंपे जाने के बावजूद पाकिस्तान ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. हाल ही में पुलवामा के आतंकी हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को अमेरिकी मदद रोकने का ज़िक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ वादा खिलाफी की, इसलिए उनकी मदद हमने रोक दी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिकी मदद का गलत फायदा उठाया. पाकिस्तान ने अमेरिका को धोखा दिया, इस वजह से पाक को 1.3 अरब डॉलर की मदद रोकी गई.