UNGA वोटिंग का जिक्र कर ब्रितानी एंकर ने भारत-पाक को किया शर्मसार, भारतीयों ने दिखा दी औकात

नई दिल्ली (hdnlive) : Casting a ballot against Russia in UNGA: यूक्रेन पर हमले के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा (UNGA) में रूस की आलोचना वाले प्रस्‍ताव से भारत का कन्‍नी काटना अंग्रेजों को काफी अखरा है। भारत और पाकिस्‍तान (India-Pakistan) सहित 35 देशों ने इस बाबत प्रस्‍ताव पर वोटिंग में हिस्‍सा नहीं लिया। इस पर जाने-माने न्‍यूज प्रेजेंटर एलेस्‍टेयर स्‍टीवर्ट (Alastair Stewart) ने खासतौर से भारत-पाकिस्‍तान पर निशाना साधा। ब्रि‍टेन से उन्‍हें सहायता के तौर पर आगे से एक पाई देने से मना करने की अपील की। उनके ट्वीट ( Reaction on Alastair Stewart) करते ही भारतीयों ने ब्रि‍टेन की औकात याद दिला दी। ब्रिटेन के लूटपाट के इतिहास को याद दिलाते हुए नसीहत न देने की बात कही।

भारत, पाकिस्‍तान और चीन समेत 35 देशों ने वोटिंग में हिस्‍सा नहीं लिया

संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में बुधवार को रूस की निंदा करने वाला प्रस्‍ताव लाया गया था। इसमें 141 देशों ने यूक्रेन के पक्ष में वोट किया था। भारत, पाकिस्‍तान और चीन समेत 35 देशों ने वोटिंग में हिस्‍सा नहीं लिया। 5 देशों ने रूस का खुलकर समर्थन किया।

एलेस्‍टेयर स्‍टीवर्ट का ट्वीट

इस पर जीबी न्‍यूज के प्रेजेंटर एलेस्‍टेयर स्‍टीवर्ट ने एक ट्वीट किया। उन्‍होंने वोटिंग वाले चार्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘इसका अनुमान लगाया जा सकता था। लेकिन, भारत और पाकिस्तान को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। अब से ब्रिटेन से इन्‍हें एक पैसा भी सहायता नहीं मिलनी चाहिए।’

पद्म पुरस्‍कार विजेता डॉ संजीव बगई ने उनके ट्वीट पर जवाब

एलेस्‍टेयर के यह लिखते ही प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। पद्म पुरस्‍कार विजेता डॉ संजीव बगई ने उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि ताज्‍जुब है कि एक ऐसा देश (ब्रिटेन) जिसने 200 साल तक भारतीयों को लूटा, उन्‍हें धोखा दिया जिसका साम्राज्‍यवाद का काला इतिहास है वह दूसरों को सीख दे। पहले अपने स्‍कूल के करिकुलम में इन बातों को पढ़ाएं। भारत का सिर ऊंचा है और हमेशा ऊंचा रहेगा।
एक यूजर ने लिखा कि भारत वही देश है जहां से चुराए दुनिया के सबसे महंगे हीरे को दिखाने में तुम्‍हारी महारानी फक्र महसूस करती है।

वहीं, देवी प्रसाद राव नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा- हमें ब्रिटेन से एक पैसा भी सहायता नहीं मिलती है। हम एक बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। याद है क्‍या? हमें अपना सिर ऊंचा रखने के लिए आपकी इजाजत की जरूरत नहीं है। हमने ऐसा करने का अधिकार खुद पाया है। हमारी प्राचीन संस्कृति की लूट और शोषण के लिए क्‍या क्षतिपूर्ति के तौर पर ब्रिटेन 45 ट्रिलियन पौंड लौटाएगा।

सुप्रीम कोर्ट के वकील शंशाक शेखर झा ने लिखा- कोहिनूर के साथ सालों तक भारत से जो दौलत ब्रिटेन लूट के ले गया है, उसे वह कब लौटा रहा है।