ओपनर उस्मान ख्वाजा (100) के सीरीज के दूसरे शतक से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के अभेद्य दुर्ग कहे जाने वाले फिरोजशाह कोटला मैदान में उसका किला ढहाते हुए पांचवें और निर्णायक वनडे मुकाबले में बुधवार को 35 रन से शानदार जीत हासिल कर 5 मैचों की सीरीज 3-2 से जीत ली।
ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट पर 272 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने के बाद 4 विशेषज्ञ बल्लेबाजों के साथ उतरी भारतीय टीम को 50 ओवर में 237 रन पर निपटा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज के पहले 2 मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की और अगले 3 मैच जीतकर सीरीज अपने नाम की।
ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद भारत में कोई वनडे सीरीज जीती है और अपने घर में भारत से मिली 1-2 की हार का बदला भी चुका लिया। ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले भारत में आखिरी बार 2009 में वनडे सीरीज 4-2 से जीती थी।
भारतीय बल्लेबाजों ने ख़ासा निराश किया। शिखर धवन 12, कप्तान विराट कोहली 20, ऋषभ पंत 16, विजय शंकर 16, उपकप्तान रोहित शर्मा 56 और रवींद्र जडेजा खाता खोले बिना आउट हुए।
भारत की निराशाजनक बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब रोहित लेग स्पिनर एडम जम्पा की गेंद पर स्टंप आउट हुए तो बल्ला उनके हाथ से छूट गया था। रोहित ने 89 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके लगाए और अपनी पारी के दौरान 8000 रन भी पूरे किये।
भारत की हार तो उसी समय तय हो गयी थी जब विराट 22 गेंदों में 20 रन बनाकर मार्कस स्टॉयनिस की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए थे। ओपनर शिखर धवन और विराट ने एक ही अंदाज में ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद पर छेड़खानी करते हुए विकेट के पीछे कैच थमाया।
जम्पा ने 29वें ओवर में रोहित और जडेजा के विकेट लेकर भारत का बचा-खुचा संघर्ष समाप्त कर दिया। इसके बाद मैच को आगे बढ़ाने की औपचारिकता ही पूरी हुई। केदार जाधव ने कुछ अच्छे शॉट खेलकर कोटला में बैठे दर्शकों का मनोरंजन किया।
भुवी ने 54 गेंदों पर 46 रन में 3 चौके और 2 छक्के लगाए। अगले ओवर की पहली गेंद पर जाधव झाय रिचर्डसन का शिकार बन गए और भारत का संघर्ष समाप्त हो गया। जाधव ने 57 गेंदों पर 44 रन में 4 चौके और 1 छक्का लगाया। 223 के स्कोर पर ये दोनों विकेट गिरते ही भारत की हार और ऑस्ट्रेलिया की जीत तय हो गयी।