(hdnlive) शनि को न्याय के देवता के साथ-साथ को क्रूर ग्रह भी माना गया है. ऐसी मान्यता है कि यह अपने आप के कर्मों के अनुसार फल देते हैं. इस साल 23 मई, रविवार को अपनी उल्टी चाल चलने वाले हैं. अर्थात अपनी ही मकर राशि में वे वक्री चाल चलेंगे. जहां 11 अक्टूबर तक उसी अवस्था में रहेंगे. इस दौरान शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati) और ढैय्या (Shani Dhaiya) से परेशान लोगों की परेशानियां और बढ़ सकती है. यही नहीं मंगल ग्रह (Mangal Grah) शनि का घोर विरोधी माना गया है. ऐसे में मेष और वृश्चिक राशि जिनके स्वामी मंगल है उनके लिए भी समय कष्टकारी रहेगा.