उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक राजनीति के कुशल खिलाड़ी

स्वामीनाथ शुक्ल | hdnlive
लखनऊ।
योगी सरकार के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक 34 साल की राजनीति में पहले दो बार सांसद राज्यसभा, लोकसभा और दो बार विधायक बन चुके हैं। जिससे राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा को जोड़कर तीसरे सदन के सदस्य बने हैं। पहले 2004 में लोकसभा सांसद और 2009 में राज्यसभा सांसद बने थे। अब दो दफा से लखनऊ में विधायक हैं। पहली बार विधायक चुने जाने के बाद कानून मंत्री बने थे। लेकिन योगी आदित्यनाथ की शानदार सत्ता में वापसी के बाद डिप्टी सीएम के साथ स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी हैं।

ब्रजेश पाठक राजनीति में आने के पहले छात्र संघ की राजनीति में थे। जिससे लखनऊ विश्वविद्यालय में 1989 में उपाध्यक्ष और 1990 में अध्यक्ष चुने गए थे। छात्रसंघ की राजनीति के बाद हरदोई की मल्लावां सीट पर कांग्रेस से 2002 के पहले विधानसभा चुनाव में 130 वोट से हार गए थे। लेकिन 2004 में बसपा से उन्नाव के सांसद बन गए थे। इसके बाद 2009 में बसपा से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। मगर 2014 के लोकसभा चुनाव में साक्षी महाराज से उन्नाव का चुनाव हार गए थे। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।

इसके बाद भाजपा में लखनऊ मध्य से विधायक और योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में कानून मंत्री थे। इस बार डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में 50 से ज्यादा चुनावी सभाएं की थी। उत्तर प्रदेश में कलराज मिश्र और मुरली मनोहर जोशी के बाद ब्रजेश पाठक ब्राह्मण चेहरा बन चुके हैं। जिससे भाजपा ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए ब्रजेश पाठक को आगे कर दिया है। बाकी पाठक सर्व समाज की राजनीति के चाणक्य कहे जाते हैं।