दंतेवाड़ा में नक्सली हमला विधायक की मौत, 5 जवान शहीद  

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बीजेपी विधायक के काफिले पर मंगलवार को हुए नक्सली हमले को लेकर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस महानिदेशक डीएम अव​स्थी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की सुरक्षा चुनाव प्रचार के दौरान बढ़ा दी गई थी. डीआरजी के 50 अतिरिक्त जवान भीमा मंडावी की सुरक्षा में लगे थे, जो उनके साथ आज दोपहर डेढ़ बजे तक थे. इसके बाद चुनाव प्रचार समाप्त होने का हवाला देकर खुद भीमा मंडावी ने उन्हें वापस लौटा दिया था.

पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने कहा कि दोपहर में भोजन के बाद बीजेपी विधायक भीमा मंडावी किरंदुल पार्टी कार्यालय से बचेली की ओर आ रहे थे. इसकी जानकारी बचेली थाना प्रभारी आदित्य सिंह को हुई. आदित्य सिंह ने भीमा मंडावी को मोबाइल फोन पर करीब दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर कॉल किया और कहा कि यदि वे बचेली से कु

आकोंडा मार्ग पर जा रहे हैं तो उस मार्ग पर आरओपी (रोड ओपनिंग पार्टी) नहीं है. पुलिस महानिदेशक अवस्थी के अनुसार पर्याप्त सुरक्षा नहीं होने के कारण उन्हें उस मार्ग पर जाने से थाना प्रभारी द्वारा मना किया गया, लेकिन वे आगे बढ़ गए.

घटना के बाद छत्तीसगढ़ एंटी नक्सल ऑपरेशन के डीजी गिरधारी नायक ने कहा कि घटना को अंजाम देने वाले नक्सलियों की संख्या करीब 25 थी. मामले में जांच की जा रही है. आईईडी ब्लास्ट की घटना को रिमोट से अंजाम दिया गया या फिर वायर के माध्यम से, ये जांच के बाद ही पता चलेगा. गिरधारी नायक ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण की वोटिंग से महज 36 घंटे पहले नक्सलियों ने बड़े हमले को अंजाम दिया है. नक्सलियों ने मंगलवार को दंतेवाड़ा के कुआंकोण्डा थाना क्षेत्र के श्यामगिरी नकुलनार रोड पर बीजेपी के काफिले को निशाना बनाते हुए IED ब्लास्ट कर दिया. इस हमले में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी सहित उनके ड्राइव व तीन पीएसओ की मौत हो गई है.