अटल की विरासत को संभालने और आगे बढ़ाने में जुटे ब्रजेश पाठक

स्वामीनाथ शुक्ल |Hdnlive
लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेई(Atal bihari vajpayee) लखनऊ से सांसद चुने जाते थे। जिससे लखनऊ के कण कण में अटल बिहारी वाजपेई के रिश्तों की यादें जुड़ी है। अब अटल की सियासी विरासत को सहेजने, संभालने और आगे बढ़ाने में ब्रजेश पाठक(Brajesh Pathak) जुटे हैं। इसके लिए अटल बिहारी वाजपेई की याद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लखनऊ में रविवार को अटल स्वास्थ्य मेला था। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (President jagdeep dhankhar) स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन किए थे।

इसके बाद उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत शिखर पर जा रहा है। यूके और फ्रांस को पीछे छोड़ चुके है। आने वाले समय में जर्मनी और जापान को भी पीछे छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि भारत की तरक्की से दुनिया में खलबली मची हुई है। लेकिन अब अटल बिहारी वाजपेई नहीं है। वरना भारत को शिखर पर देख पाते। उनका सपना था कि शिखर पर भारत का पहला नाम हो। वाजपेई के सपने पूरे हो रहे हैं।

धनखड़ ने कहा कि मुझे 15 दिन अटल बिहारी वाजपेई का साथ मिला था। आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं को आरक्षण दिए हैं। भारत के विकास को देखकर दुनिया आश्चर्य चकित हो गई है। आगे बढ़ने के लिए स्वस्थ रहना आवश्यक होता है। इसी लिए अटल स्वास्थ्य मेला आयोजित किया गया है। समारोह के आयोजक उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई के लखनऊ से पुराने रिश्ते हैं। अटल की विरासत को सहेजने, संभालने और आगे ले जाने में जुटे हैं। उनके सपनों को पूरा करना हमारा लक्ष्य है। लखनऊ के कण कण में अटल बिहारी वाजपेई की यादें बसी है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अब लखनऊ के सांसद हैं। ब्रजेश पाठक लखनऊ से दूसरी दफा विधायक और उप मुख्यमंत्री हैं।पहली बार कानून मंत्री थे।