Sawan 2024: जाने सावन में शिवलिंग की पूजा के नियम और महत्व

अरबिन्द कुमार / hdnlive

Sawan shivling Puja ke Niyam : सावन का महीना यानी महादेव की भक्ति (Mahadev ki Bhakti) का महीना 22 जुलाई से शुरू हो चूका है और 19 अगस्त तक रहेगा। यह समय शिवलिंग पर जल चढाने का विशेष महत्व है। कुछ लोग भोले बाबा के मदिर में जाकर जल अर्पित करते है या कावड़ लेकर हरिद्वार या बैधनाथ जाते है। थो कुछ लोग घर में ही करते है। लेकिन शिव की भक्ति बहुत आसान है लेकिन नियम का पालन भी बहुत जरुरी है और इसका हमारे धर्म ग्रंथो के लिखा है। आइये जानते है कैसे करे महादेव को प्रसन्न . कैसे करे घर मे शिवलिंग की पूजा

सावन शिवलिंग पूजा के नियम

सावन महीना में शिवलिंग पूजा करने के नियम धार्मिक ग्रंथों में विस्तार से बताए गए हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण नियम दिए गए हैं:

  1. पूजा स्थान और शिवलिंग की संख्या:
    • घर में एक ही पूजा स्थान पर एक ही शिवलिंग रखने की सलाह दी गई है। अधिक शिवलिंग एक ही स्थान पर रखने से उनकी ऊर्जा में टकराहट हो सकती है।
    • शिवलिंग का आकार अंगुष्ठ मात्र यानी हाथ के अंगूठे के बराबर होना चाहिए।
  2. शिवलिंग की पूजा:
    • सावन में शिवलिंग पर जल चढ़ाने का विशेष महत्व है। रोज शिवलिंग पूजा करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है।
    • शिवलिंग के साथ देवी पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय स्वामी और नंदी की प्रतिमा भी रखने से अधिक शुभ फल मिलते हैं।
  3. खंडित शिवलिंग:
    • यदि शिवलिंग किसी कारणवश खंडित हो जाए, तो उसकी पूजा नहीं करनी चाहिए।
    • खंडित शिवलिंग को नदी में प्रवाहित कर उसके स्थान पर नए शिवलिंग की स्थापना करनी चाहिए।