Sainik school : शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होते हैं सैनिक स्कूलों के बच्चे- लेफ्टिनेंट कर्नल


स्वामीनाथ शुक्ल
hdnlive । अमेठी सैनिक स्कूल (Sainik school amethi) की लेफ्टिनेंट कर्नल गीता महाडीक ने कहा कि सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को पाठ्यक्रम की शिक्षा के साथ सेना से जुड़ी सभी प्रकार की गतिविधियां पढ़ाई और कराई जाती है। जिससे सैनिक स्कूल के छात्र शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होते हैं। सामान्य छात्रों से ज़्यादा अनुशासित और बुद्धिमान होते हैं। इसीलिए सैनिक स्कूलों के ज़्यादा बच्चे सेना में चयनित होते हैं। अमेठी सैनिक स्कूल की लेफ्टिनेंट कर्नल गीता महाडीक बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को सफल बनाने और एक तारीख, एक घंटा, एक साथ होने वाले कार्यक्रम की तैयारी पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भारत के 24 प्रदेशों में 33 सैनिक स्कूल खुले हैं।

सितंबर अक्टूबर में फार्म भरे जाते हैं

इसमें सबसे ज्यादा तीन स्कूल अमेठी, झांसी और मैनपुरी उत्तर प्रदेश में हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश, बिहार, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा और राजस्थान में दो-दो सैनिक स्कूल है। बाकी अरुणाचल प्रदेश,असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, केरल, मध्यप्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में एक – एक सैनिक स्कूल खुले हैं। अमेठी सैनिक स्कूल की प्रिंसिपल गीता महाडीक ने बताया कि छह से नौ तक की कक्षाएं संचालित की जाती है। 27 लड़कियों को जोड़कर 340 छात्र है। तीन साल पहले कक्षा छह से कक्षाओं का संचालन शुरू किया गया था। हर साल एक कक्षाएं बढ़ रही है। आगे छह से बारह तक की कक्षाएं संचालित होगी। उन्होंने बताया कि हर साल नब्बे छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। लेफ्टिनेंट कर्नल ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए के माध्यम से सैनिक स्कूलों की परीक्षाएं आयोजित की जाती है। इसके बाद आल इंडिया मेरिट के आधार पर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सैनिक स्कूलों में प्रवेश मिलता है। इसके लिए सितंबर अक्टूबर में फार्म भरे जाते हैं।

पूर्व रक्षामंत्री वीके कृष्ण मेनन 1961 में सैनिक स्कूल की बुनियाद रखा था

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जनवरी में एक साथ परीक्षाएं आयोजित करती है। पूर्व रक्षामंत्री वीके कृष्ण मेनन 1961 में सैनिक स्कूल की बुनियाद रखा था। सैनिक स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संचालित अंग्रेजी माध्यम का आवासीय विद्यालय है। रक्षा मंत्रालय के अधीन होता है। स्कूल में पढ़ने और पढ़ाने वाले दोनों सेना की तरह अनुशासन में रहते हैं। बाकी सेना के सभी नियम कानून लागू है। लेफ्टिनेंट कमांडर सिद्धार्थ ने कहा कि एक अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय रामगंज कौहार के स्वच्छता अभियान में कोई भी व्यक्ति शामिल होकर तस्वीरें अपलोड कर सकता है।