मुंबई इंडियंस बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स

किंग्स इलेवन पंजाब को छह विकेट से हराकर जीत के ट्रैक पर लौटी मुंबई इंडियंस टीम संडे को अपने होम ग्राउंड पर कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगी। दिनेश कार्तिक की कप्तानी में खेल रही कोलकाता टीम भी बढ़िया फॉर्म में हैं। उसने पिछले दो मैचों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और चेन्नै सुपर किंग्स को छह विकेट के समान अंतर से हराया है। कार्तिक की टीम अपना अगला शिकार खोजते हुए मुंबई आ पहुंची है जहां के वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई टीम इस साल केवल एक आईपीएल मैच जीती है जबकि तीन मैच हारी है। अब यह देखना है कि संडे को कोलकाता टीम जीत की हैटट्रिक बनाती है या फिर मुंबई टीम लगातार दूसरी जीत दर्ज कर प्लेऑफ की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखती है।

हर मैच जीतने की आई नौबत
मुंबई टीम का प्रदर्शन आईपीएल-11 में आला दर्जे का नहीं रहा है। टीम नौ में से छह मैच हारी है और फिलहाल पॉइंट्स टेबल में पांचवें नंबर पर हैं। ऊपर से उसका सामना ऐसी टीम से है जो फॉर्म में भी है और पॉइंट्स टेबल में तीसरे नंबर पर भी विराजमान है। कोलकाता टीम नौ मैचों में से पांच मैच जीत चुकी है। मुंबई को प्लेऑफ का टिकट कटाने के लिए अगले पांचों मैच जीतने होंगे तभी उसके खाते में 16 पॉइंट्स जमा होंगे। आईपीएल में लीग मैचों की समाप्ति के बाद यदि किसी टीम के खाते में 16 पॉइंट्स हो तो उसका प्लेऑफ में प्रवेश तय हो जाता है। अगले पांच मैचों में से चार मैच जीतने पर मुंबई टीम प्लेऑफ में पहुंच सकती है बशर्ते दूसरी टीमों के नतीजे मुंबई के पक्ष में रहे।

सूर्य, रोहित और क्रुणाल से हैं उम्मीदें
इस आईपीएल में सूर्यकुमार यादव मुंबई टीम के एकमात्र बैट्समैन हैं जिसने 300 प्लस रन बनाए हैं। कप्तान रोहित शर्मा के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही है। हालांकि पंजाब के खिलाफ उन्होंने मुश्किल हालात में जिस तरह नॉटआउट 24 रन बनाकर क्रुणाल पंड्या (12 बॉल में नॉटआउट 31 रन) के साथ मिलकर मुंबई जीत दिलाई, उससे बेशक उनका कॉन्फिडेंस जरूर बढ़ा होगा। क्रुणाल ने अब तक 167 रन बनाने के अलावा आठ विकेट झटके हैं और यह प्रदर्शन हर लिहाज से तारीफ के काबिल हैं।

खराब फॉर्म में चल रहे कीरोन पोलार्ड के फिर से बेंच पर बैठने की उम्मीद है, जिनकी जगह बेन कटिंग को उतारा जाना लगभग तय है। अंतिम ओवर्स में मुंबई को बोलिंग पर ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि कोलकाता के पास आंद्रे रसेल जैसा खतरनाक बैट्समैन हैं। युवा स्पिनर मयंक मार्कंडेय, हार्दिक पंड्या और जसप्रीत बुमरा की तिकड़ी 34 विकेट झटक चुकी है। वानखेड़े जैसे छोटे मैदान पर ये तीनों बोलर कोलकाता के बैट्समैनों को अंकुश में रखने में सफल रहे तो मुंबई को जीतने से रोकना लगभग असंभव हो जाएगा।

कोलकाता की बैटिंग है मजबूत
कोलकाता टीम की बैटिंग उसकी मजबूत कड़ी है। उसके लिए कप्तान दिनेश कार्तिक ने सबसे ज्यादा 280 रन बनाए हैं लेकिन उनके बैट से एक भी फिफ्टी प्लस स्कोर नहीं निकला है। क्रिस लिन, आंद्रे रसेल और रोबिन उथप्पा ने भी टूर्नमेंट में 200 प्लस रन बनाकर प्लेऑफ की रेस में कोलकाता को मजबूती से बनाए रखा है। इस साल हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप के स्टार शुभमन गिल ने चेन्नै के मजबूत बोलिंग अटैक के खिलाफ नंबर 4 पोजिशन पर दमदार बैटिंग कर 36 बॉल में 57 रन कूटे थे। कोलकाता टीम उन्हें लगातार दूसरे मैच में इसी पोजिशन पर उतार सकती है। कोलकाता टीम विकेटों के लिए कुलदीप यादव, पीयूष चावला और सुनील नरेन की स्पिन तिकड़ी पर निर्भर हैं जिसने 26 विकेट लिए हैं।

आईपीएल में मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स का अबतक कुल 21 बार आमना-सामना हुआ है। इसमें 16 बार मुंबई और 5 बार कोलकाता को जीत मिली।

टॉप स्कोरर
सूर्यकुमार यादव (मुंबई)- मैच 9, रन 340, हाईएस्ट 72, स्ट्राइक रेट 129.27, हाफ सेंचुरी 3
दिनेश कार्तिक (कोलकाता)- मैच 9, रन 280, हाईएस्ट 45*, स्ट्राइक रेट 148.93, हाफ सेंचुरी 0

टॉप बोलर
मयंक मार्कंडे (मुंबई)- मैच 9, विकेट 12, बेस्ट बोलिंग 4/23, इकॉनमी रेट 7.93
सुनील नरेन (कोलकाता) मैच 9, विकेट 10, बेस्ट बोलिंग 3/18, इकॉनमी रेट 7.45