डेटा लीक को रोकने के लिए facebook ने हटाया ये फीचर

फेसबुक ने किसी थर्ड पार्टी से लॉग इन फीचर को हटा दिया है. दरअसल फेसबुक को पता चला है कि कुछ वेबसाइट यूजर्स का डेटा चोरी करते थे. ये वेबसाइट्स फेसबुक के ज़रिए यूजर्स की जानकारियां जैसे की ई-मेल, नाम, पता और फोटो इकट्ठा करते थे.

प्रिंसटन सेंटर फॉर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी पॉलिसी के रिसर्च ने 18 अप्रैल को खुलासा किया था कि सात थर्ड पार्टी वेबसाइट फेसबुक यूजर्स का डेटा इस्तेमाल करती है, जिसका दुरुपयोग भी किया जाता है.

फेसबुक ने न्यूज 18 को बताया कि ये हमारी नीतियों का उल्लंघन है. हम इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं. फिलहाल हमने इन फीचर्स को हटा दिया है.

थर्ड पार्टी और फेसबुक

कई बार आप जब किसी दूसरे बेवसाइट पर अपनी लॉग इन आईडी बनाते हैं तो उसमें नाम और जन्म दिन के अलावा कई और निजी जानकारियां मांगी जाती है. ऐसे में आपके पास दो ऑप्शन होते हैं या तो आप सारी जानकारी उन्हें दें या फिर आप उनसे अपनी फेसबुक आईडी शेयर कर सकते हैं. आमतौर पर यूजर्स वक्त बचाने के लिए फेसबुक के जरिए लॉग इन करते हैं. लेकिन अब फेसबुक ने इस फीचर को हटा दिया है.

क्या है फेसबुक विवाद?
फेसबुक का पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब डेटा एनालिसिस फर्म कैंब्रिज एनालिटिका ने ये स्वीकार किया कि उसने 5 करोड़ यूजर्स की अनुमति के बगैर उनके डाटा का इस्तेमाल किया. कैंब्रिज एनालिटिका 500 अरब डॉलर की कंपनी है. कैंब्रिज एनालिटिका ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन में भी हिस्सा लिया था. इसके बाद फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म से कैंब्रिज एनालिटिका को हटा दिया. इन दिनों दुनिया भर में फेसबुक के खिलाफ अभियान चलाए जा रहे हैं.