परीक्षा में ‘मुन्ना भाईयों’ से बचने के लिए यूपीएसएसएससी ने अपनाया ये अचूक तरीका

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की परीक्षाओं में मुन्ना भाई सेंध न लगा पाएं और मूल्यांकन प्रणाली पर कोई सवाल न उठे, इसके लिए कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं।

इसमें बायोमीट्रिक हाजिरी के अलावा ओएमआर शीट की संख्या तीन करना शामिल है। यह व्यवस्था सम्मिलत अवर अधीनस्थ सेवा सामान्य चयन प्रतियोगिता की लिखित परीक्षा से लागू हो रही है।

रविवार को लखनऊ व कानपुर में 641 पदों के लिए यह लिखित परीक्षा होने जा रही है। आयोग ने सभी परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों के बायोमीट्रिक हाजिरी की विशेष व्यवस्था कराई है। इससे वास्तविक अभ्यर्थी के स्थान पर किसी दूसरे का परीक्षा में शामिल हो पाना संभव नहीं होगा।

इसके अलावा परीक्षा के लिए प्रयुक्त ओएमआर शीट दो की जगह तीन प्रतियों में बनाई गई है। इसमें एक प्रति परीक्षा के बाद अभ्यर्थी अपने साथ ले जाएगा। दूसरी आयोग को चली जाएगी, जिसके आधार पर मूल्यांकन होगा और तीसरी ट्रेजरी में सीलबंद रखी जाएगी। इससे आयोग की कार्यप्रणाली पर किसी तरह का सवाल किए जाने पर स्पष्ट जवाब मिल सकेगा।

आयोग के चेयरमैन सीबी पालीवाल ने बताया कि परीक्षा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रत्येक केंद्र पर एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी। लखनऊ में 26 और कानपुर में 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा संपन्न कराएंगे। केंद्रों का जायजा आयोग के सदस्य भी लेंगे।

परीक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां

कुल पद – 641
आवेदक – 66,732
लखनऊ में – 84 केंद्र, 41,533 अभ्यर्थी
कानपुर में – 55 केंद्र, 25,199 अभ्यर्थी
परीक्षा का समय – पहली पाली – पूर्वाह्न 10 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक
दूसरी पाली – अपराह्न 3 बजे से 4 बजे तक।          upsssc, metric attendance, sarkari naukari