Delhi : इंदिरा गाँधी हवाई अड्डे से ऑपरेट होंगी घरेलु उड़ाने

Passenger jet airplane before landing in the early morning in asia airport background

दिल्‍ली आने-जाने वाली सभी घरेलू उड़ानें इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 से ऑपरेट करेंगी। दिल्‍ली इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने शनिवार को यह ऐलान किया। टर्मिनल-3 को 25 मई से शुरू होने वाले डॉमिस्टिक ऑपरेशंस के लिए तैयार कर लिया गया है। बाकी टर्मिनल्‍स को धीरे-धीरे पैसेंजर लोड बढ़ने पर शुरू किया जाएगा। देश के भीतर 7 तरह के फ्लाइट रूट्स बनाए गए हैं। हर रूट के लिए मिनिमम और मैक्सिमम किराये की लिमिट तय कर दी गई है। दिल्ली से मुंबई के बीच हवाई यात्रा की कीमत 25 मई से 24 अगस्त तक, तीन महीने के लिए 3,500 रुपये से 10,000 रुपये तक तय की गई है।

फ्लाइट ड्यूरेशन के हिसाब से बने रूट

पहला रूट 40 मिनट से कम की फ्लाइट्स का है। दूसरा 40 से 60 मिनट की फ्लाइट, तीसरा 60 से 90 मिनट की फ्लाइट, चौथा 90 से 120 मिनट की फ्लाइट, पांचवां 120 से 150 मिनट की फ्लाइट, छठा 150 से 180 मिनट की फ्लाइट और सातवां रूट 180 से 210 मिनट तक की फ्लाइट्स का है। सिविल एविएशन मिनिस्‍ट्री ने ऐसे लोगों को एयर ट्रेवल से बचने को कहा है जिनकी सेहत ठीक नहीं है। इनमें बुजुर्ग से लेकर प्रेग्‍नेंट लेडीज तक को ताकीद की गई है।

बदला-बदला होगा फ्लाइट का अनुभव

25 मई से शुरू हो रही फ्लाइट्स में लोगों को कई बदलाव देखने को मिलेंगे। एयरपोर्ट्स पर सोशल डिस्‍टेंसिंग के लिए मार्किंग की गई है। जगह-जगह सैनिटाजर डिस्‍पेंसर लगाए गए हैं। पैसेंजर्स के बैगेज को भी सैनिटाइजेशन से गुजरना होगा। हवाई अड्डे पर किसी भी तरह के फिजिकल चेक-इन काउंटर की अनुमति नहीं है। सिर्फ वेब चेक-इन के जरिए एंट्री दी जाएगी। टर्मिनल 3 में प्रवेश से पहले, थर्मल स्‍क्रीनिंग से गुजरना होगा। पैसेंजर्स को सलाह दी गई है कि वे दो घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंच जाएं। मोबाइल में आरोग्‍य सेतु ऐप भी होनी चाहिए। हालांकि आरोग्य सेतु का इस्तेमाल अनिवार्य नहीं है।

क्या हवाई यात्रा से पहले आपको क्वारंटीन में रहना होगा?

लोगों को यह कन्‍फ्यूजन है कि क्या फ्लाइट से पहले और बाद में लोगों को क्वारंटीन किया जाएगा? क्वारंटीन के प्वाइंट पर ये बताया गया कि अभी सिर्फ घरेलू उड़ानें शुरू की जा रही हैं, ना कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, इसलिए इसमें क्वारंटीन की जरूरत नहीं है। वंदे भारत मिशन के तहत उड़ानें पूरी दुनिया में हो रही थीं, जिसके बाद क्वारंटीन की जरूरत थी, सिर्फ घरेलू उड़ानों के मामले में क्वारंटीन की जरूरत नहीं है।

यात्रियों को क्‍या करना होगा?

  • एयरपोर्ट पहुंचने के लिए ऑथराइज्ड टैक्‍सी का ही इस्तेमाल करना होगा।
  • एयरपोर्ट पर पेमेंट के लिए सिर्फ डिजिटल मोड।
  • किसी भी शख्स या यात्री से 6 फीट की दूरी जरूरी तौर पर बनाए रखनी होगी।
  • टर्मिनल में प्रवेश से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने मास्‍क, शू-कवर पहना है।
  • विमान में अपनी सीट में बैठने के बाद आपको एक बार फिर सैनिटाइज किया जाएगा। साथ ही, आपको यात्रा के दौरान क्रू के साथ कम से कम संवाद करना है।
  • कुछ एयरपोर्ट्स पर जरूरत को देखते हुए यात्रियों को PPE किट भी पहननी पड़ सकती है।
  • यात्रियों को सिर्फ चेकइन बैगेज ले जाने की होगी इजाजत, पहले चरण में केबिन बैगेज पर पूरी तरह से मनाही रहेगी।
  • चेक-इन के दौरान, आपको खुद अपना बैग उठाकर बैगेज बेल्‍ट में रखना होगा।