उन्नाव गैंगरेप, सीबीआई : पीड़िता के पिता के खिलाफ दर्ज हुआ था फर्जी केस

लंदन के ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर सेंट्रल हॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘भारत की बात सबके साथ’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रसून जोशी ने इस कार्यक्रम का संचालन किया, लोगों ने सवाल पूछे और नरेंद्र मोदी ने जवाब दिए। सेंट्रल हॉल में डेढ़ हजार से अधिक लोगों को उन्होंने संबोधित किया। पाकिस्तान के खिलाफ हुई सर्जिकल स्ट्राइक पर पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश में खुलकर बात की। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ करारा संदेश भी दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व शांति के लिए भारत के त्याग और पराक्रम की चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में हमें किसी की एक इंच की भी जमीन नहीं लेनी थी और न ही हमें अपने लिए लड़ना था। फिर भी हिंदुस्तान के डेढ़ लाख सिपाहियों ने शहादत मोल ली थी। आज भी यूएन की पीसकीपिंग फोर्स है, उसमें सबसे ज्यादा योगदान देने वाला कोई देश है। सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि जब कोई आतंकवाद निर्यात करने का लक्ष्य बनाकर बैठा हो, युद्ध लड़ने की ताकत न हो तो पीठ पर वार करने के प्रयास करता है। तो ये मोदी है, उसी की भाषा में जवाब देना जानता है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए हमने सर्जिकल स्ट्राइक किया।

उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले जवानों पर गर्व है। जैसी योजना बनी थी, शत-प्रतिशत कार्यान्वित किया। सूर्योदय से पहले सब जवान वापस लौटकर आ गए। हमारी नेकदिली देखिए। मैंने सर्जिकल स्ट्राइक संचालित करने वाले अफसर से कहा कि जब तक हिंदुस्तान को पता चले, मीडिया वहां पहुंचे, उससे पहले पाकिस्तान की फौज को फोन कर बता दो कि आज रात क्या हुआ। फोन पर आने से पाकिस्तानी जनरल डरते थे। इधर मीडिया वाले भी इंतजार कर रहे थे कि आखिर हुआ क्या है। जब पाकिस्तानी अफसर 12 बजे टेलिफोन पर आए, तब हमने हिंदुस्तान के मीडिया को बताया। भारतीय सेना को इस तरह की कार्रवाई कर न्याय पाने का अधिकार था। दुनिया को पता चल गया कि अब हिंदुस्तान बदल चुका है।