कमांडेंट प्रमोद कुमार व हवलदार गिरिश गुरुंग को मरणोपरांत कीर्ति चक्र

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को सीआरपीएफ कमांडेंट प्रमोद कुमार और सेना के हवलदार गिरिश गुरुंग को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने ये सम्मान प्रदान किए।

सीआरपीएफ की 49वीं बटालियन में कमांडेट प्रमोद कुमार अगस्त 2016 में श्रीनगर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। जबकि, सेना की गोरखा राइफल्स की चौथी बटालियन में हवलदार गिरिश गुरुंग ने कुपवाड़ा जिले में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान अपनी जान न्योछावर कर दी थी। राष्ट्रपति ने गढ़वाल राइफल्स के मेजर प्रीतम सिंह कुंवर को भी कीर्ति चक्र प्रदान किया।

राष्ट्रपति ने आर्टिलरी रेजीमेंट के मेजर कुणाल गोसावी और माहार रेजीमेंट के लांस नायक रघुवीर सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया। उन्होंने क्रमश: नवंबर 2016 और फरवरी 2017 में देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। इनके अलावा राष्ट्रपति ने लांस नायक कश्मीर सिंह, सूबेदार शबीर अहमद, असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़, सीआरपीएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद रियाज आलम, मेजर प्रदीप शौरी आर्य और पैराट्रूपर मंचू व नायक नरेंद्र सिंह को भी शौर्य चक्र प्रदान किए।

राष्ट्रपति ने 13 अधिकारियों को परम विशिष्ठ सेवा मेडल (पीवीएसएम) प्रदान किए। इनमें उपसेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल सरथ चंद, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबू, दक्षिणी नौसैनिक कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडर इन चीफ वाइस एडमिरल अभय कर्वे शामिल हैं। वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल जसविंदर सिंह संधू सहित दो अधिकारियों को उत्तर युद्ध सेवा मेडल (यूवाईएसएम) प्रदान किए गए। संधू श्रीनगर स्थित 15 कोर्पस के कमांडर है। इसी पर कश्मीर घाटी में आतंकियों से लोहा लेने की जिम्मेदारी है।

राष्ट्रपति ने लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल ललित कुमार पांडे समेत 26 अधिकारियों को अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम) प्रदान किए। सितंबर, 2016 में जब सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक्स को अंजाम दिया था, उस वक्त रणवीर सिंह ही सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) थे।