कहीं Covid-19 का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन तो नहीं हुआ

देश में कोरोना वायरस का खतरा कम नहीं हुआ बल्कि पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड मौतों ने एकबार फिर से लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। अब इससे सवाल उठता है कि क्या कोरोना वायरस का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो चुका है? आज जब स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल से इस बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने न इस बात को माना और न ही इनकार किया। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना वायरस के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की बात को सिर से नकार दिया है।

लव अग्रवाल ने यह दिया जवाब

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लव अग्रवाल से पूछा गया कि बीते 24 घंटों में इतनी मौतों से क्या समझा जाए कि क्या कोरोना वायरस का कम्यूनिटी ट्रांसमिशन हो चुका है? इस सवाल पर लव अग्रवाल ने जवाब किया कि कई राज्यों ने रिपोर्ट देने में देरी कर दी थी जिसकी वजह से बीते 24 घंटे में एकदम से मौत का आंकड़ा बढ़ गया है। हालांकि हम हर क्षेत्र को नजदीकी से देख रहे हैं। जहां भी एक मरीज होता है हम तुरंत उसको कंटेनमेंट कर देते हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों की जांच करती है। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई अकेले नहीं जीत सकते। इसके लिए लोगों का साथ चाहिए। लोगों को खुद ही सावधानियां बरतनी होंगी ताकि इस वायरस को बढ़ने से रोका जाए।

हर्षवर्धन ने कहा, हम सफल हैं

उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘भारत कोविड-19 को सामुदायिक स्तर पर फैलने से रोकने में कामयाब रहा।’ साथ ही हर्षवर्धन ने उम्मीद जतायी कि कोरोनावायरस संकट के कारण लोगों की ‘आदत में जो बदलाव आया है’, वह इस महामारी की रोकथाम के बाद एक स्वस्थ समाज के लिए ‘नया सामान्य आचरण’ होगा।’

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अगर भारतीय अपनी दिनचर्या में हाथ धोने, सांस संबंधी और पर्यावरण स्वच्छता की आदत को बरकरार रखते हैं, तो कोरोनावायरस संकट के समाप्त होने के बाद, भविष्य में जब देश महामारी के इस काल को देखेगा तो इन आदतों को वह ‘बुरे वक्त में मिला वरदान’ मान सकता है। अर्थव्यवस्था की तरह ही स्वास्थ्य पर भी पूरा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘सरकार को संतुलनकारी कार्य करना पड़ेगा।’

पिछले 24 घंटे मे रिकॉर्ड मौतें

लॉकडाउन 3.0 के दूसरे दिन पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के मामलों और मौत के आंकड़ों में सबसे बड़ी उछाल देखी गई है। इस दौरान 3900 कन्फर्म केस सामने आए और 195 लोगों ने दम तोड़ दिया। इसी के साथ देश में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 46 हजार को पार कर गई है। वहीं, अबतक 1568 लोगों की मौत हो चुकी है।

कोरोना का पहला, दूसरा और तीसरा स्टेज समझिए

देश में कोरोना वायरस इस समय दूसरे चरण यानी लोकल ट्रांसमिशन की स्‍टेज में है। इसका मतलब यह है कि विदेश से लौटे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से उसके परिजन, रिश्तेदार आदि संक्रमित हुए हैं। लोकल ट्रांसमिशन में यह पता होता है कि वायरस कहां से फैल रहा है। इस तरह उस स्रोत के संपर्क में आए लोगों की पहचान आसान होती है। पहली स्‍टेज उसे कहते हैं, जब प्रभावित देशों से आने वाले लोगों में संक्रमण पाया जाता है।

देश में इस समय चर्चा कम्‍यूनिटी ट्रांसमिशन यानी थर्ड स्‍टेज की हो रही है। इसका मतलब यह होता है कि एक बड़े इलाके के लोग वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। कम्यूनिटी ट्रांसमिशन में कोई ऐसा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है जो न तो कोरोना वायरस से प्रभावित देश से लौटा है और न ही वह किसी दूसरे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है। इस स्टेज में यह पता ही नहीं चलता कि कोई व्यक्ति कहां से संक्रमित हो रहा है। चौथा स्टेज इससे भी खतरनाक होता है।