गृह मंत्रालय ने रेलवे को मजदूरों के लिए ट्रेन चलाने की मंजूरी दी

कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए सरकार ने बड़ा फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने रेलवे को मजदूरों के लिए ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है. इसके लिए सभी जेनरल मैनेजर को स्टेट चीफ सेक्रेटरीज से संपर्क कर ट्रेनें प्लान करने को कहा गया है. उन्हें अपने स्तर पर निर्णय लेने और परस्पर कोऑर्डिनेट करने की स्वतंत्रता दी गई है. बता दें कि लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए लाखों प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों को बुधवार को कुछ शर्तों के साथ उनके गंतव्यों तक जाने की अनुमति दी है.

केरल से भुवनेश्वर जाएगी स्पेशल ट्रेन

अब एक और ट्रेन केरल से ओडिशा के लिए चलाई जाएगी. केरल के एर्नाकुलम से ओडिशा के भुवनेश्वर के लिए एक स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी. इस ट्रेन में करीब 1000 मजदूरों को बैठने की अनुमति होगी. ओडिशा सरकार की अपील के बाद रेल मंत्रालय ने इस स्पेशल ट्रेन को चलाने की अनुमति दी है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, स्क्रीनिंग, क्वारनटीन जैसे नियमों का पालन करना होगा. वहीं, दूसरी ओर अभी कर्नाटक के लिए किसी भी स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला नहीं लिया गया है. कई राज्य सरकारों ने केंद्र से विशेष ट्रेन चलाने की मांग की है. इस बीच इन दो ट्रेनों को चलाया जा रहा है.

तेलंगाना से झारखंड के लिए चली पहली ट्रेन

प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए तेलंगाना में लिंगमपल्ली से झारखंड के हटिया तक 1200 प्रवासियों को ले जाने वाली पहली ट्रेन शुक्रवार सुबह 4:50 बजे चली. 24 कोच की ट्रेन आज रात 11 बजे झारखंड के हटिया पहुंचेगी. दिशानिर्देशों के अनुसार क्वारंटीन आदि सहित सभी उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा. बताया गया कि ट्रेन 1200 मजदूरों को लेकर चली.

तेलंगाना सरकार के अनुरोध पर और रेल मंत्रालय के निर्देशानुसार लिंगमपल्ली (हैदराबाद) से हटिया (झारखंड) तक आज एक विशेष ट्रेन चलाई गई.