महबूबा मुफ्ती की पार्टी के विधायकों की बगावती तेवर

जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी के एक और विधायक ने बगावती रुख अपना लिया है। पार्टी विधायक जावेद बेग द्वारा पीडीपी से बगावत करने के बाद अब राज्य के विधान परिषद सदस्य यासिर रेशी ने भी महबूबा मुफ्ती पर आरोप लगाते हुए मतभेद जाहिर किए हैं। शुक्रवार शाम एक बयान जारी करते हुए यासिर रेशी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर को अब दो पार्टियों के परिवारवाद से आजादी की जरूरत है।

जारी बयान में एमएलसी यासिर रेशी ने कहा है कि मैं अपने साथियों के इस बयान से पूरी तरह सहमत हू कि हमें अब लंबे समय से चले आ रहे दो परिवारों की सत्ता व्यवस्था का विकल्प तलाशने की जरूरत है। राज्य दो बड़े राजनीतिक परिवारों के पावर शेयरिंग मॉडल को फेल होते हुए देख चुका है और अब इससे आजादी भी चाहता है।

पार्टी लाइन को तोड़कर सभी आगे आएं
बयान में यासिर रेशी ने कहा है कि समय की मांग है कि हम एक साथ सभी पार्टी लाइन्स को तोड़ते हुए एक ऐसी सरकार का निर्माण करें जो कि सुशासन, कानून और समाजिक समस्याओं के मुद्दों से जुड़ी समस्याओं का अंत कर सके। बता दें कि यासिर रेशी के इस बयान से कुछ देर पहले ही पीडीपी विधायक जावेद बेग ने भी महबूबा मुफ्ती पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाते हुए पार्टी से बगावत की थी।

 परिवारवाद का आरोप
शुक्रवार को पीडीपी से बगावत करते हुए जावेद बेग ने कहा था कि महबूबा मुफ्ती पार्टी के फैसलों में भी अपने रिश्तेदारों से ही राय लेती हैं। बेग ने कहा था कि जिन लोगों ने पीडीपी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ पार्टी की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाई थी, उन्हें प्रमुख फैसलों में नजरअंदाज किया गया। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कई दिनों से पीडीपी के बीच आतंरिक कलह की स्थितियां देखने को मिल रही है।

मुश्किल में महबूबा मुफ्ती की पार्टी
पार्टी के विधायकों की बगावत अब पीडीपी के लिए एक परेशानी का सबब बन गई है, वहीं दूसरी ओर सियासी जानकार इसे राज्य में किसी बड़े राजनीतिक फेरबदल की पृष्ठभूमि के तरह भी देखने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो पीडीपी और कांग्रेस के कुछ विधायक यहां लगातार बीजेपी के संपर्क में बने हुए हैं, जिसे देखते हुए आने वाले वक्त में यहां कुछ बड़े राजनीतिक घटनाक्रम का अंदेशा लगाया जाने लगा है।