विकास दुबे उज्जैन महाकाल मंदिर से गिरफ्तार (अपडेट)

कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपित विकास दुबे मप्र के उज्जैन से गिरफ्तार हो गया है। वह उज्जैन महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंचा था। विकास दुबे कानपुर गोलीकांड मुख्य आरोपी है और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय पुलिस उसे जल्द कोर्ट में पेश कर सकती है। मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद पुलिस उसका ट्रांजिट रिमांड लेगी। इसके बाद दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार यूपी एसटीएफ का एक दल दुबे को लेने निकल चुका है।

सीआरपीसी की धारा 72 के अनुसार अगर किसी दूसरे प्रदेश की पुलिस किसी किसी आरोपित को गिरफ्तार करती है तो उसे स्थानीय अदालत में 24 घंटे अंदर पेश करना होता है। स्थानीय अदालत से प्रत्यर्पण की अनुमति लेकर ही दूसरे प्रदेश की पुलिस उसे अपने क्षेत्र में ले जाती है। इस अनुमति को ही ट्रांजिट रिमांड कहते हैं। उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित विकास दुबे गुरुवार सुबह उज्जैन में पकड़ा गया। दुबे महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंचा था। फैसिलिटी सेंटर पर अपना बैग रखने के बाद यहां उसने शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपए की रसीद कटवाई।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मंदिर में एक सिक्युरिटी गार्ड को शंका होने पर उसे पुलिस चौकी लेकर आए थे। यहां पूछताछ शुरू होते ही उसने कहा- हां मैं विकास दुबे हूं। पुलिस अधिकारी अभी इस मामले में ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे। आइजी राकेश गुप्ता, एसपी मनोज सिंह सहित कुछ अन्य अफसर उससे लगातार पूछताछ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी के मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की है।

प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। विकास दुबे के पकड़े जाने को लेकर दो बातें सामने आ रही हैं। पहली यह कि वह सरेंडर करने के लिए ही यहां आया था और दूसरी उसे महाकाल मंदिर के सुरक्षा गार्ड ने पहचान लिया और पुलिस को सूचना दे दी। महाकाल मंदिर में गुरुवार सुबह 7.45 बजे दुबे की गिरफ्तारी हुई। वह करीब 7 बजे ही मंदिर परिसर में पहुंच चुका था। इन दिनों महाकाल दर्शन के लिए एक दिन पूर्व अग्रिम बुकिंग कराना होती है।

मगर हाल ही में प्रशासन द्वारा 250 रुपए की रसीद से दर्शनार्थियों को सीधे प्रवेश दिया जा रहा है। दुबे ने यही रसीद कटवाई। यहां उसने अपना सही नाम नहीं बताया। दुबे दर्शन कर लौट रहा था। इसी दौरान एक सुरक्षाकर्मी को शक हुआ। इस पर दुबे को मंदिर परिसर स्थित महाकाल चौकी में लाया गया। यहां पूछताछ शुरू होते ही दुबे ने अपनी पहचान बता दी। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों को सूचना दी गई। एसपी मनोज सिंह खुद उसे गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।

एक जानकारी यह भी सामने आ रही है कि बताया जा रहा कि एनकाउंटर से बचने के लिए विकास दुबे ने खुद सरेंडर किया है। आरोपित विकास दुबे ने महाकाल चौकी पर खुद जाकर कहा कि मैं मोस्टवांटेड हूं, मुझे गिरफ्तार करो। सीएम शिवराज ने यूपी के मुख्यमंत्री से फोन पर की चर्चा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी के मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की है। मध्य प्रदेश पुलिस, विकास दुबे को यूपी पुलिस को हैंड ओवर करेगी।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर किया ट्वीट

मध्य प्रदेश पुलिस, विकास दुबे को यूपी पुलिस को हैंड ओवर करेगी।सीएम शिवराज ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर ट्वीट कर उज्जैन पुलिस को बधाई दी। उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि जिनको लगता है की महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धुल जाएंगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं। हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है…।

साबरमती एक्सप्रेस से आया

पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान दुबे कई कहानियां गढ़ रहा है। यह भी जानकारी लगी है कि वह उज्जैन गुरुवार सुबह साबरमती एक्सप्रेस से पहुंचा था। यह ट्रेन 5.45 पर उज्जैन आई थी। हालांकि पुलिस अधिकारी दुबे को लेकर कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं।

लखनऊ के दो वकील भी पुलिस हिरासत में, फिलहाल पूछताछ

विकास दुबे की गिरफ्तार के कुछ ही देर बाद पुलिस ने उज्जैन आए लखनऊ के दो वकीलों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह निजी गाड़ी से उज्जैन आए थे। वकीलों को दुबे से कनेक्शन है या नहीं, पुलिस इसकी पुष्टि कर रही है।

विकास की गिरफ्तारी की 3 बातें सामने आईं

1. सरेंडर करने पहुंचा: ऐसा कहा जा रहा है कि वह खुद सरेंडर करने गया था। महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया कि एनकाउंटर में मारे जाने के डर से विकास दुबे आत्मसमर्पण करना चाहता था। मंदिर परिसर में वो चिल्ला चिल्लाकर कहने लगा कि वह ही विकास दुबे है। उसने महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से कहा कि पुलिस को उसके बारे में सूचना दी जाए।

2. शक होने पर पकड़ा: विकास को पकड़वाने वाले सिक्योरिटी गार्ड गोपाल सिंह ने बताया, ‘‘मैंने शक होने पर उसे पूछताछ के लिए रोका तो वह आनाकानी करने लगा। मुझे और ज्यादा शक हुआ, तो मैंने पुलिस को बुलाया। इस पर उसने मेरे साथ झूमाझटकी की। थोड़ी देर में पुलिस आई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’’

3. वीआईपी एंट्री की रसीद पर सही नाम लिखा: विकास ने गुरुवार सुबह बाबा महाकाल के दर्शन के लिए वीआईपी एंट्री के लिए 250 रुपए की रसीद कटवाई। इस दौरान उसने अपना सही नाम विकास दुबे ही लिखवाया। इसके बाद वह महाकाल बाबा के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में पहुंचा। दर्शन के बाद विकास वहां मौजूद जवानों के पास गया और बोला कि मैं कानपुर वाला विकास दुबे हूं, मुझे पकड़ लो।

गिरफ्तारी पर उठे सवाल

    कानपुर शूटआउट में मारे गए दिवंगत डीएसपी देवेंद्र मिश्रा के परिजन ने बड़ा आरोप लगाया है। रिश्तेदार कमलकांत ने कहा कि विकास दुबे को बचाया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें बड़े स्तर पर मिलीभगत हुई है।

    कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेंडर लग रहा है। मेरी सूचना है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की वजह से यह संभव हुआ है। जय महाकाल।

    उत्तरप्रदेश के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, ‘‘बगैर किसी तथ्य को जाने अभी सरेंडर जैसी कोई बात नहीं की जानी चाहिए। हम सभी अलर्ट पर थे, विकास वहां (उज्जैन) कैसे पहुंचा, इसकी जांच होगी। उसके जितने भी साथी है, उनके खिलाफ सर्च अभियान जारी रहेगा।’’

  विकास की मां सरला देवी ने कहा- ‘उसकी ससुराल मध्यप्रदेश में है। वह हर साल महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन जाता है। भोले बाबा ने मेरे बेटे की जान बचाई है। सरकार बेटे की जान बख्श दे।’

विकास ने अपने मोबाइल पर वीडियो भी बनाए

विकास ने गिरफ्तारी से पहले अपने मोबाइल पर कुछ वीडियो भी बनाए। इसके बाद जवानों ने उसे पकड़ लिया। एग्जिट मार्ग से बाहर ले जाकर चौकी में बैठा दिया। इसके बाद पुलिस के अफसरों को जानकारी दी। बाद में पुलिस उसे अज्ञात स्थान पर ले गई।

7 दिन में विकास दुबे गैंग के 5 बदमाशों का एनकाउंटर

    इससे पहले बुधवार देर रात विकास दुबे के एक और करीबी प्रभात मिश्रा मारा गया। प्रभात को पुलिस ने बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी। रास्ते में प्रभात ने भागने की कोशिश की, उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में प्रभात मारा गया।

 पुलिस ने बुधवार को ही विकास के करीबी अमर दुबे का भी एनकाउंटर कर दिया था। अमर हमीरपुर में छिपा था। अब तक विकास गैंग के 5 लोग एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।

कानपुर शूटआउट केस में अब तक क्या हुआ?

2 जुलाई: विकास दुबे को गिरफ्तार करने 3 थानों की पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी, विकास की गैंग ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी।

3 जुलाई: पुलिस ने सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का एनकाउंटर कर दिया। 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

5 जुलाई: पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया। उसने खुलासा किया कि विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था।

6 जुलाई: पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी रेखा समेत 3 को गिरफ्तार किया। शूटआउट की घटना के वक्त पुलिस ने बदमाशों से बचने के लिए क्षमा दुबे का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन क्षमा ने मदद करने की बजाय बदमाशों को पुलिस की लोकेशन बता दी। रेखा भी बदमाशों की मदद कर रही थी।

8 जुलाई: एसटीएफ ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिराया। प्रभात मिश्रा समेत 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।

9 जुलाई: प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे एनकाउंटर में मारे गए। विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार।