विकास दुबे का अंत एनकांउटर से नहीं फांसी से होना चाहिए था : विवेक तन्खा

मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़े गए उत्तर प्रदेश के हिस्टीशीटर विकास दुबे को कानपुर ले जाते समय भागने की कोशिश के दौरान मारे जाने के घटनाक्रम पर सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा का कहना है कि एनकाउंटर की आशंका तो कल से ही थी।

विवेक तन्खा ने ट्वीट कर कहा है एनकाउंटर की आशंका कल (गुरुवार) से ही थी। इसी कारण सुप्रीम कोर्ट में याचिका कल प्रस्तुत हो चुकी है। यह कस्टडी में मौत का प्रकरण है। घटना की परिस्थितियों की जांच कोर्ट की निगरानी, नियंत्रण में हो। विकास को दंड मिलना तो निश्चित था परंतु यह पूरे खुलासे और कानूनी प्रक्रिया से होना था।

ज्ञात हो कि विकास दुबे को गुरुवार की सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से पकड़ा गया था। उसके बाद उज्जैन पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश की पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। गुरुवार की रात को विकास को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस वापस लौटी थी। कानपुर के करीब कार पलटने के बाद भागने की कोशिश कर रहा विकास मुठभेड़ में मारा गया।